हैदराबाद । भाजपा (BJP) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक (national executive council meeting) की कार्यवाही के मसौदा प्रस्ताव की कॉपी की तस्वीरें खींचते हुए एक खुफिया अधिकारी को पकड़ा गया है। भाजपा के पूर्व विधायक एन. इंद्रसेन रेड्डी (N. Indrasen Reddy) ने कहा कि उन्होंने खुफिया अधिकारी को उसके वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिया और उसकी ओर से ली गई तस्वीरों को डिलीट कर दिया।
रेड्डी ने कहा, “स्थानीय सरकार दुर्भावनापूर्ण मंशा से यहां हो रही सभी बातचीत को सार्वजनिक करने की कोशिश कर रही है। खुफिया अधिकारी सभागार के भीतर आया, जहां प्रवेश की अनुमति नहीं थी। उसने घटनास्थल पर घुसने के लिए पुलिस पास का इस्तेमाल किया। अधिकारी को दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले मोबाइल फोन से मसौदा प्रस्ताव की प्रतियों की तस्वीरें लेते हुए पकड़ा गया। उसे वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिया गया।”
‘राज्य सरकार का यह रवैया स्वीकार्य नहीं’
भाजपा नेता ने कहा कि राज्य सरकार का रवैया स्वीकार्य नहीं है और उन्हें दूसरों की निजता का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया, “उन्होंने (मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव) इस तरह खुफिया अधिकारियों को क्यों भेजा? अगर कुछ है तो उन्हें सामने आकर निपटना चाहिए। राज्य सरकार इस घटना के लिए माफी मांगे”
कोई गुप्त गतिविधि नहीं हो रही: पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार पारदर्शिता में विश्वास करती है। गोयल ने कहा, “हमारी सरकार पारदर्शिता में विश्वास करती है, हम खुद सब कुछ वेबसाइट पर डालते हैं, इसलिए जो भी आना चाहता है वह आ सकता है। कोई गुप्त गतिविधि नहीं है। हम लोगों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं।”