कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा जेइइ-नीट की परीक्षा में बंगाल के 75 फीसदी विद्यार्थियों के भाग नहीं लेने के बयान पर भाजपा ने कटाक्ष किया है।
भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता जी मुख्यमंत्री जैसे एक महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वहन कर रही हैं। इस पद पर बैठकर आधारहीन बातें करना शोभा नहीं देता है। उन्हें जेइइ-नीट की परीक्षा देने वाले छात्रों की चिंता करनी चाहिए थी। उनके लिए परिवहन की व्यवस्था करनी चाहिए थी, लेकिन राज्य सरकार ने यह नहीं किया। जब छात्र खुद अपनी कोशिशों से परीक्षा दिये, तो अब भी सवाल उठा रही हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री छात्रों के भविष्य को लेकर राजनीति नहीं करें। छात्र बंगाल के भविष्य हैं। केंद्र सरकार ने छात्रों का एक वर्ष बर्बाद नहीं हो। इस कारण यह फैसला लिया है, लेकिन अपने अहंकार के कारण मुख्यमंत्री केवल केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि 13 सितम्बर को परीक्षा के मद्देनजर राज्य सरकार 11 और 12 सितम्बर को संपूर्ण लॉक डाउन वापस ले, ताकि छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक जाने में सुविधा हो।
जीएसटी के मामले पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कोरोना महामारी विश्वव्यापी है। केंद्र सरकार ने महामारी से मुकाबले के लिए कई आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। इसका अर्थव्यवस्था पर दवाब पड़ा है। इससे निपटने को कोशिश की जा रही है। (एजेंसी, हि.स.)
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