ब्‍लॉगर

बाल मित्र पुलिस थाने, सपने सुहाने

– रमेश ठाकुर ‘जिसका काम उसी को छाजै, और करे तो डंडा बाजै’ यह पुराना मुहावरा है। मगर इसका महत्व उत्तर प्रदेश शासन ने अब समझा है। बाल अपराध प्रकरण अब पारंपरिक पुलिस थानों को नहीं सौंपने का फैसला लिया गया है। इसके लिए अलग व्यवस्था की जा रही है। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार […]