ब्‍लॉगर

कल कहीं बहुत देर न हो जाये!

– शिव शरण त्रिपाठी ठीक है कि गुलामी के दौर में विधर्मी आक्रांताओं ने हमारी संस्कृति, हमारे धर्म पर भी हृदय विदारक एवं जघन्यतम हमले किये। देवी-देवताओं के मंदिरों को ही नहीं ज्ञान के मंदिरों को भी भारी क्षति पहुंचाई गई। मंदिरों की अकूत सम्पत्तियों को लूटा खसोटा गया और पुजारियों व रक्षकों की निर्मम […]