ब्‍लॉगर

ग्रैंड पेरेंट्स को वृद्धाश्रमों में नहीं, दिल में दें जगह

– डॉ. रमेश ठाकुर ग्रैंड पेरेंट्स तजुर्बे की खान ही नहीं होते, बल्कि आदर-सम्मान, संस्कार की अव्वल पाठशाला होते हैं। उन्हीं के दिए हुए शुरुआती संस्कार के रूप में शिक्षा बच्चों के ताउम्र काम आती है। आमतौर पर कहा जाता है कि जिनके सिर पर घर के बुजुर्गों का हाथ होता है, वह जिंदगी में […]