– हृदयनारायण दीक्षित शंकराचार्य का व्यक्तित्व विस्मयकारी है। उन्होंने 32 वर्ष का जीवन पाया। अल्प समय में ही उन्होंने भारत का भ्रमण किया। 11 उपनिषदों का भाष्य किया। अन्य तमाम पुस्तकें लिखी। गीता का आश्चर्यजनक भाष्य लिखा और ब्रह्म सूत्र का भी। अद्वैत दर्शन का सार समझाया। अल्पजीवन में ढेर सारा काम आश्चर्यजनक है। 32 […]