आचंलिक

मुनि श्री प्रशम सागर जी का ससंघ किलेरामा में शुभ आगमन

आष्टा। धर्म आवरण की नही बल्कि आचरण की विषय वस्तु है । धर्म का प्रत्यक्ष सम्वन्ध प्राणी मात्र के कल्याण से जुड़ा हुआ है धर्म हमारी आत्मा के कल्याण का भी हेतुक है । निष्काम भक्ति में ही शक्ति होती है । यह संदेश पूज्य मुनि प्रशम सागर जी महाराज ने ग्राम किलेरामा में मंगल […]