ऋतुपर्ण दवे इसमें कोई दो मत नहीं कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत है जहां लोक यानी जनता अपने भरोसेमंदों नुमाइंदे बनाकर जन उत्तरदायी व्यवस्थाओं की संचालित प्रणालियों की अगुवाई और सुधार की गुंजाइशों की जिम्मेदारी देती है। लोकतंत्र के यह पहरुए आम चुनावों के जरिए चुने जाकर देश-प्रदेश की सरकारों से लेकर गांव […]