ब्‍लॉगर

नाम राम और रोहित, फिर भी ईसाई, यह भारत में ही हो सकता है भाई!

– डॉ. मयंक चतुर्वेदी देशभर से लगातार कुछ इस तरह के समाचार प्रतिदिन आ रहे हैं कि कैसे प्रार्थना के नाम पर मतांतरण का खेल भारत के अलग-अलग राज्यों में खेला जा रहा है। स्वाधीनता के पूर्व ऐसे समाचार आना हो सकता है स्वभाविक हों, क्योंकि कोई भी केंद्रीय राज सत्ता नहीं थी, किंतु क्या […]