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- जिला अस्पताल की कैंसर यूनिट में 10 साल में साढ़े 6 हजार कैंसर के मरीज आ चुके हैं उपचार कराने
उज्जैन। शहर की कैंसर यूनिट में कैंसर की बीमारी का उपचार कराने के लिए हर महीने औसतन 50 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल में बनी कैंसर यूनिट में पिछले 10 साल में 6 हजार 500 से अधिक मरीज रजिस्टर्ड हुए हैं, अभी भी इनमें से लगभग 1 हजार से अधिक मरीजों का उपचार चल रहा है।
जिला अस्प्ताल की कैंसर यूनिट के प्रभारी डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2014 से लेकर अब तक यहां करीब 6 हजार 500 से अधिक कैंसर मरीज उपचार के लिए आए तथा उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके अलावा नए और वो पुराने मरीज, जिनका पिछले कई सालों से इलाज जारी है, उन मरीजों की संख्या अभी भी लगभग 2 हजार है। यह संख्या तो सिर्फ एक सरकारी अस्पताल में इलाज कराने वालों की है। यहां के डॉक्टर्स के अनुसार उज्जैन शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में कैंसर का इलाज कराने के लिए इंदौर, देवास, महू, रतलाम, हरदा, खंडवा के अलावा मध्यप्रदेश के अन्य दूसरे जिलों से हर साल हजारों मरीज कैंसर का इलाज कराने आते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हर महीने करीब 50 नये मरीज कैंसर के उपचार के लिए यहां आ रहे है। इनमें पहली और दूसरी स्टेज के केंसर पीडि़त अधिक है।
यह कारण है, कैंसर बीमारी के
डॉ. त्रिपाठी के मुताबिक कैंसर बीमारी का मुख्य कारण वैसे तो तम्बाकू का सेवन है। डॉक्टर के अनुसार 20 प्रतिशत मरीजों में कैंसर की वजह तम्बाकू सम्बन्धित नशा है। इसके अलावा सब्जी, फल अथवा फसलों में कीटनाशक रसायनों के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से कैंसर के मरीज बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। मोटापा, शराब, अनियमित जीवनशैली भी इस जानलेवा बीमारी की मुख्य वजह है। इलाज कराने वालों में नवजात से लेकर युवा सहित उम्रदराज मतलब सभी उम्र के मरीज होते हैं।
कीमो थैरेपी की है व्यवस्था
डॉ. त्रिपाठी के मुताबिक कैंसर बीमारी पीढि़त मरीजों को कीमो थैरेपी कैंसर यूनिट पर तय चक्र के अनुसार दी जाती है। कई मरीजों को इसके लिए सप्ताह में 2 या 3 बार बुलाया जाता है। कैंसर यूनिट में 10 बेड भी रखे गए है। जहां आवश्यकता पडऩे पर गंभीर मरीजों को उपचार दिया जाता है। इसके अलावा पैलेटिव केयर के मरीजों को उपचार और दवाएं भी यहां से नि:शुल्क दी जाती है।