ब्‍लॉगर

तुलसी जयंतीः जिन्होंने धर्म को सहज, सरल और सरस बना दिया

– ओमप्रकाश श्रीवास्तव संसार और परमात्मा दो ऐसे शब्द हैं जो पूरक भी हैं और विरोधी भी प्रतीत होते हैं। संसार अर्थात् प्रकृति, जैसे – आकाश, हवा, पानी, सूर्य, तारे, पहाड़, समुद्र आदि – जिसे हम अपने चारों ओर देखते हैं, एक सार्वभौमिक पूर्वनिर्धारित तरीके से व्यवहार करते हैं। इस व्यवस्था के नियमों की खोज […]