भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

राजधानी में अपराधों से तौबा कर चुके बदमाश, अब लोगों को पढ़ा रहे क्राइम न करने का पाठ

  • किसी समय के कुख्यात अपराधी अब बन चुके हैं कारोबारी, रेस्टोरेंट संचालन से ऑटो ड्रायवर तक बने

भोपाल। राजधानी में एक दर्जन से अधिक कुख्यात बदमाश अपराधों से तौबा कर चुके हैं। इन बदमाशों पर बीते-पांच से दस सालों के भीतर कोई अपराध दर्ज नहीं हुआ है। इतना ही नहीं हिस्ट्रीशीटर रह चुके यह बदमाश रेस्टोरेंंट संचालन से लेकर ऑटो चलाने तक का काम कर रहे हैं। अपराधों से दूरी बनाने के बाद यह बदमाश अब लोगों को भी अपराध न करने का पाठ पढ़ाने लगे हैं।

किराना दुकान खोलकर जिंदगी का गुजारा
रिजवान उर्फ मोबाइल ऐशबाग थाना का हिस्ट्रीशीटर बदमाश रहा है। उसके नाम कई संगीन वारदातों को अंजाम देना दर्ज है। लेकिन पुलिस की स ती और परिजनों की समझाइश के बाद वर्ष 2012 के बाद उसके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हुआ। रिजवान घर के पास ही किराना दुकान चलाकर अपना व परिवार का जीवन यापन कर रहा है।

बेचने लगा सब्जी
शिव नारायण जहांगीराबाद का हिस्ट्रीशीटर बदमाश रहा है। एक समय में उसके खौफ से जहांगीराबाद के बरखेड़ी में दुकाने बंद हो जाया करती थी। चाकूबाजी और खूनखराबा उसके लिए आम बात थी। बीते दस सालों से अधिक समय से उसने कोई अपराध नहीं किया। सब्जी का ठेला लगाकर परिवार का गुजारा कर रहा है। दूसरों को भी अपराध न करने की नसीहत देता है।

बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर बन गया
अपराधों के लिए बदनाम ऐशबाग थाना क्षेत्र का सर्वाधिक अपराध वाले इलाके छोटा चंबल में रहने वाले निगरानी बदमाश उमेश भदौरिया ने भी 12 सालों से कोई अपराध नहीं किया। फिलहाल वह बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई के साथ लाइट का काम कर रहा है।

कारोबारी बन चुके हैं यह बदमाश
शाहजहांनाबाद थाने का हिस्ट्रीशीटर रह चुका बदमाश जाकिर बकरा प्रापर्टी टीलिंग का काम रहा है। ऐशबाग का राकेश भदौरिया गन्ने की चरखी का संचालन कर रहा है। आरिफ नगर का अंसार प्रायवेट नौकरी कर रहा है। जहांगीराबाद का हिस्ट्रीशीटर रहा प्रेम उर्फ गुड्डी हमीदिया की टू व्हीलर पार्किंग का कर्मचारी है। इसी के साथ वह रात के समय में ऑटो भी चलाता है। शाहजहांनाबाद का हिस्ट्रीशीटर शेरा जावेद ऑन लाइन कपड़े बेचने का कारोबार कर रहा है।

शहर में चार सौ से अधिक निगरानी गुंडे
राजधानी के चार जोनों में करीब चार सौ से अधिक गुंडे सक्रीय हैं। इसमें जोन-1 और जोन-2 में लग-भग 240 गुंडे हैं। जबकि 150 करीब गुंडे जोन-3 और जोन-4 यानि पुराने भोपाल में सक्रीय हैं। इन गुंडो की लिस्ट में केवल उन लोगों को शामिल किया गया है जिनके खिलाफ दस से अधिक शरीर संबंधी अपराध दर्ज हैं।

सबसे ज्यादा गुंडे वाले टॉप 5 थाने
सबसे ज्यादा गुंडे वाले टॉप 5 थानों में ऐशबाग, कमला नगर, जहांगीराबाद, स्टेशन बजरिया व कोलार रोड हैं। जोन-4 में बैरागढ़ में 36 गुंडे रहते हैं। जोन-3 में 38-32 गुंडों के साथ छोला मंदिर और तलैया थाने दूसरे नंबर पर है।

मछली बेचने से रस्त्रां मालिक बनने तक का सफर तय किया
बदमाश आसिफ उर्फ मामू एक समय में रायसेन और भोपाल पुलिस के लिए चुनौती रहा है। अपहरण, हत्या,हत्या के प्रयास और फायरिंग सहित जमीन कब्जाने जैसे दर्जनों मामले में नामजद आरोपी रहा। बीते आठ साल पहले उसने अपराधों से तौबा कर ली। परिजनों की समझाइश पर कारोबार शुरु किया। पहले मछली बेचने काम किया। सफलता मिली तो रायसेन रोड पर एक रेस्टोरेंट खोल दिया। अब आसिफ का रेस्टोरेंट स्थापित हो चुका है। आसिफ इन दिनों ठाट से ईमानदारी की रोटी खा रहे हैं।

इनका कहना है
3 से ज़्यादा प्रकरण जिनपर है उनको गुंडा लिस्ट में शामिल किया जाएगा, प्रॉपर्टी अफेंस के अगर दो प्रकरण भी किसी पर दर्ज हैं तो उनकी हिस्ट्री शीट खोल दी जाएगी। साथ ही जिन्होंने 10 वर्ष से कोई अपराध नही किया उनको माफ ी दे बक्श दिया जाएगा। माफ ी की सूची में उनका नाम भी शामिल होगा जिनकी उम्र 60 पार हो चुकी है। ऐसे लोगों की निगरानी को बंद करा दिया जाएगा।
हरिनारायण चारी मिश्र, पुलिस कमिश्नर भोपाल

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