उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

कल मुंगी चौराहे पर जिस पिस्टल से गोली मारकर हत्या की गई, वह देसी है या नहीं

  • दोपहर में हुई वारदात के बाद पुलिस पता लगाएगी
  • एफएसएल जाँच के बाद पता चलेगा-पुलिस घटना स्थल से बरामद कारतूस की सागर में कराएगी जाँच-कल रातभर छापेमारी की

उज्जैन। कल दोपहर में फ्रीगंज के मुंगी चौराहे पर अपहरण में जमानत पर छूटे आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने वहाँ पिस्टल से चलाया गया कारतूस जब्त कर लिया है और कारतूस की जांच के लिए सागर भेजा जाएगा। इधर आरोपियों की तलाश में पुलिस ने रातभर दबिश दी लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। लेकिन पुलिस को इस हत्याकांड के संबंध में कई अहम जानकारियां लग चुकी है।
कल फ्रीगंज के मुंगी चौराहे पर राजू द्रोणावत की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में 32 बोर की 7.65 पिस्टल का उपयोग किया गया था। पुलिस का मानना है कि जिस पिस्टल से फायर कर हत्या की गई वह पिस्टल सिकलीगरों द्वारा बनाई गई देसी पिस्टल नहीं है। इस मामले में माधवनगर थाना प्रभारी मनीष लोधा ने बताया कि घटना स्थल पर पुलिस को पिस्टल से चला एक कारतूस मिला है। इस कारतूस को पुलिस द्वारा सागर एफएसएल जाँच के लिए भेजा जाएगा। जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि जिस पिस्टल से गोली चलाई गई वह देसी है या नहीं। पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड में अभी अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।



सीसीटीवी फुटेज में दो लोगों को देखा गया है लेकिन पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड में 7 से 8 लोग शामिल थे। पुलिस ने आसपास क्षेत्र के और भी सीसीटीवी फुटेज जब्त किए हैं जिनमें कुछ युवक दूर खड़े होकर इस पूरे घटना क्रम पर नजर रख रहे थे। पुलिस का यह भी मानना है कि इस पूरे हत्याकांड की रैकी दूर खड़े होकर स्वयं बाबू भारद्वाज कर रहा था। कल रातभर पुलिस ने इस मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की है। माना जा रहा है कि पुलिस शीघ्र ही इस पूरे हत्याकांड का आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ खुलासा कर देगी। उल्लेखनीय है कि राजू द्रोणावत 11 साल पहले हुए बालक के अपहरण कांड में शामिल था और उसने जिस बाबू भारद्वाज पर हमला करवाने का आरोप लगाया है वह भी राजू द्रोणावत के साथ अपहरण कांड में सहयोगी था तथा वह पैरोल पर एक साल पहले छूटा था और तभी से फरार चल रहा है।

5 डॉक्टरों की पैनल ने 3 घंटे तक ऑपरेशन किया मृतक का
कल दोपहर में फ्रीगंज में राजू द्रोणावत को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। मृतक का ऑपरेशन पाँच डॉक्टरों की पैनल से करवाया गया। उसके शरीर में गोली जा फँसी थी और तीन घंटे चले ऑपरेशन के बाद गोली निकाली जा सकी। इस दौरान शरीर का एक्स-रे भी करवाया गया।

Share:

Next Post

11 बजकर 11 मिनट पर हजारों लोगों ने किया ओम का उच्चरण

Fri May 5 , 2023
भगवान नृसिंह के प्रकटोत्सव पर हुआ महानाद योग पुस्तक का विमोचन उज्जैन। वैशाख शुक्ल चतुर्दशी पर भगवान नृसिंह के प्राकटेत्सव के मौके पर गुरुवार को सुबह 11 बजकर 11 मिनट 11 सेकंड पर उज्जैन सहित दुनिया के लाखों लोगों ने एक साथ 11 बार ओम का नाद किया।अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुए इस महानाद योग कार्यक्रम […]