डीडी फ्री डिश टीवी (DD Free Dish TV) देखने का मजा आप अब शायद नहीं ले पाएंगे, क्योंकि कुछ टॉप ब्रॉडकास्टर्स ने अपने हिंदी एंटरटेनमेंट चैनल्स को प्रसार भारती के फ्री-टु-एयर प्लेटफॉर्म से हटाने का निर्णय लिया है। मीडिया खबरों के अनुसार प्रसार भारती के स्वामित्व के फ्री डायरेक्ट टू होम (DTH) प्लेटफॉर्म से 1 अप्रैल, 2022 से चार बड़े प्रसारणकर्ता अपने सामान्य एंटरटेनमेंट चैनल (JEC) हटाने वाले हैं। डीडी फ्री डिश (DD Free Dish) से हटाए जाने वाले चैनल स्टार उत्सव, जी अनमोल, कलर्स रिश्ते, और सोनी पल हैं। ये चैनल अब केवल केबल, टाटा प्ले व एयरटेल जैसे डीटीएच प्लेटफॉर्म्स (DTH Platforms) पर ही उपलब्ध होंगे।
सूत्रों के मुताबिक प्रसारणकर्ताओं को डर है कि नया टैरिफ आदेश (NTO) 2.0 लागू होने के बाद ग्राहक पे वितरण प्लेटफॉर्म से डीडी फ्री डिश की ओर पलायन करने लगेंगे। इसे देखते हुए प्रसारणकर्ताओं ने अपना औसत राजस्व प्रति यूज़र (ARPU) बढ़ाने के लिए अपने इन लोकप्रिय चैनलों को डीडी फ्री डिश से हटा लिया है।
सूत्रों का यह भी दावा है कि बड़े प्रसारणकर्ताओं का ये एक सोचा-समझा निर्णय है, जो आगे चलकर उनके लिए फायदेमंद होगा। प्रसारणकर्ता अपने सदस्यता राजस्व को सुरक्षित करना चाहते हैं और इसके लिए ये एक जरूरी कदम माना जा रहा है।
विदिति हो कि केबल व डीटीएच प्लेटफॉर्म्स लगातार प्रसारणकर्ताओं से अपने सदस्यों को जीईसी की सामग्री मुफ्त में दिखाए जाने को लेकर लगातार शिकायत कर रहे थे। पे टीवी प्लेटफॉर्म इसे लेकर समानता चाहते थे, क्योंकि ये चैनल डीडी फ्री डिश ग्राहकों से सदस्यता शुल्क नहीं लेते हैं। डीटीएच संचालकों का मानना रहा है कि ये चैनल प्लेटफॉर्म्स पर या तो पे या एफटीए होने चाहिए। इंडस्ट्री के जानकार ये भी कहते हैं कि पे प्लेटफॉर्म से डीडी फ्री डिश की ओर पलायन का पे टीवी प्रसारणकर्ताओं जैसे स्टार, जी, सोनी और वायकॉम18 पर गहरा असर होगा। एनटीओ 2.0 के चलते मूल्य फ्रीज हो जाने पर पे यूनिवर्स में कमी से प्रसारणकर्ताओं के सदस्यता राजस्व पर भी असर हुआ है।
बता दें कि दूरदर्शन ने डीडी फ्री डिश (पहले डीडी डायरेक्ट प्लस) को दिसंबर 2004 में 33 टीवी चैनल्स के साथ लॉन्च किया था। डीटीएच प्लेटफॉर्म पर चैनल्स की संख्या बढ़कर पहले 59 हुई, फिर दिसंबर 2014 में 104 तक पहुंच गई। इसने ग्रामीण क्षेत्रों में काफी अच्छी पैठ बना ली, जिसके चलते प्राइवेट ब्रॉडकास्टर्स भी इसके प्लेटफॉर्म पर फ्री-टु-एयर चैनल्स दिखाने लगे, लेकिन अब प्राइवेट ब्रॉडकास्टर्स चैनलों को फ्री में दिखाना नहीं चाहते हैं।
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