ज़रा हटके

6 साल तक अपने पार्टनर की तलाश में भटकता रहा ये पक्षी, और फिर हो गया विलुप्त!

डेस्क: बीते सालों में अनगिनत पशु और पक्षी विलुप्त हुए हैं, और इनमें से एक है काउई ओ’ओ (Kauai o’o) बर्ड, जिसकी विलुप्ती की कहानी उन सभी में सबसे ज्यादा दुखद है, क्योंकि विलुप्त होने से पहले इस प्रजाति में केवल एक आखिरी नर पक्षी ही बचा था, जो 1987 में हवाई के जंगलों में अपनी मादा साथी को ढूंढने के लिए हर वक्त आवाजें निकालता रहता था. ऐसा कहा जाता है कि यह पक्षी लगभग 6 सालों तक मादा पक्षी की तलाश में भटकता रहा.

इंस्टाग्राम पर वायरल एक वीडियो में इस पक्षी की आवाज को सुना जा सकता है, जिसे सुन कर आप अंदाजा ला सकते हैं कि यह कितना अकेला रहा होगा. हालांकि आखिरी सांस तक इस पक्षी ने अपने जैसे साथी की तलाश नहीं करना छोड़ा और मधुर आवाजें निकालते हुए पूरी जंगल में एक कौने से दूसरे कौने तक भटकता रहा बेखर बेचारा, ये जाने बगैर कि वह बिल्कुल अकेला है. आखिरकार यह पक्षी विलुप्त हो गया और उसकी आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई.

अक्टूबर में ESA लिस्ट से हटाया गया ये पक्षी
इस साल अक्टूबर में यूएस फिश एंड वाइल्डलाइफ सर्विस (FWS) ने घोषणा की कि विलुप्त होने के कारण 21 प्रजातियों को लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियम (Endangered Species Act) से हटा दिया गया है. हटाई गई प्रजातियों में से एक काउई ओ’ओ पक्षी भी था, जो संभवतः ईएसए की लिस्ट में जोड़े जाने के 20 साल बाद 1987 में विलुप्त हो गया था.


आखिर क्यों विलुप्त हो गया यह पक्षी?
हवाई के जंगलों में कई पक्षियों में को बर्ड मलेरिया या बर्ड पॉक्स होने का खतरा है, जो इस पक्षी के विलुप्त होने का कारण हो सकता है. आखिरी बार इसकी आवाज 1987 में सुनी गई थी. डिस्कवरी चैनल ने 2015 में ‘द लास्ट सॉन्ग ऑफ द काउई ओ’ओ बर्ड’ शीर्षक से एक शॉर्ट यूट्यूब एपिसोड पब्लिश किया था, जिसमें इस प्रजाति के अंतिम नर पक्षी के बारे में बताया गया था.

इस वीडियो में, कॉर्नेल बायोकॉस्टिक्स रिसर्च प्रोग्राम के जॉनसन के सीनियर साइंटिस्ट क्रिस्टोफर क्लार्क ने इस पक्षी के बारे में बात की थी. काउई ओ’ओ बर्ड की आवाज को चलाते हुए तब उन्होंने कहा था, ‘वह एक प्रजाति का आखिरी नर पक्षी है, जो मादा के लिए गा रहा है, जो कभी नहीं आएगी’.

कैसा होता था यह पक्षी?
काउई ओ’ओ एक छोटा, काला और पीला पक्षी होता था, जिसकी आवाज काफी मीठी थी, जो कौआई के हवाई द्वीप (Hawaiian island) में आखिरी बार देगा था. यह पक्षी शहद (honeyeaters) खाते थे. नर और मादा काउई ओ’ओ दिखने और रंग में बहुत समान थे, अंतर केवल इतना था कि मादा थोड़ी छोटी थी. सिर का शीर्ष हल्की चमक के साथ काला था, किनारे पर पंख राख जैसे भूरे रंग (ashy grey) के थे.

Share:

Next Post

500 रुपए की रिश्वत पर रंगेहाथों गिरफ्तार करने वाला लोकायुक्त हजार करोड़ की जमीन लुटवाने पर आमादा

Fri Nov 3 , 2023
उल्टे बांस बरेली… भूमाफियाओं की जमीन छोडऩे पर भी बनता प्रकरण और तब पद के दुरुपयोग के साथ आर्थिक लाभ का आरोप भी लगता सही इंदौर। जिस जांच एजेंसी पर भ्रष्टाचार (Corruption) और अवैध कार्यों को रोकने-पकडऩे और सजा दिलवाने की जिम्मेदारी है, वही जहां गुपचुप खात्मा पेश कर देता है तो अभी भूमाफियाओं के […]