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इस दिवाली बाजारों में मिलेंगे खास ‘मेक इन इंडिया’ सामान : कैट

– दिवाली पर खरीदारी के लिए देशभर के बाजार पूरी तरह तैयार

नई दिल्‍ली। दशहरे के बाद अब भारत के सबसे बड़े त्यौहार दिवाली में मात्र 20 दिन ही बचे हैं। देशभर के बाजारों में दिवाली की बिक्री शुरू हो गई है। इसको लेकर व्यापारी वर्ग खासा उत्साहित है। कोरोना काल में यह त्यौहार इस बार बेहद विषम परिस्थितियों में मनाया जाएगा। बावजूद इसके व्यापारियों को उम्मीद है कि कोविड-19 महामारी से बर्बाद हुए व्यापार में थोड़ी जान आएगी।

कारोबारियों के संगठन कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का मानना है कि पिछले आठ महीनों में कुछ नहीं खरीदने वाले ग्राहक भी बड़ी संख्या में इस बार दिवाली के मौके पर खरीदारी के लिए बाजारों में आएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘लोकल पर वोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान भी अपना खासा असर डाल रहा है। वहीं, भारतीयों ने इस बार चीनी सामानों के पूर्ण बहिष्कार का मन भी बना लिया है।

इस बार मनेगी हिन्दुस्तानी दिवाली
कैट के राष्‍ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया की कैट ने अब हर दिवाली को हिन्दुस्तानी दिवाली के तौर पर मनाने और चीनी वस्तुओं के पूर्ण बहिष्कार का भी आह्वान किया है। इसको देखते हुए व्यापारियों ने बाजार को भारतीय सामानों से सजाया है। इन सामानों में भारत में बनी लाइट तथा दिवाली से जुड़े सभी सामान जैसे दीये, मोमबत्ती, बिजली की लड़ियां, बिजली के रंग बिरंगे बल्ब, वंदनवार, घरों को सजाने के दूसरे सामान, रंगोली, शुभ लाभ के चिह्न, पूजन सामग्री आदि शामिल हैं। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक एवं इलेक्ट्रिकल, मोबाइल, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंस्यूमर ड्युरेबल्स, फुटवियर और उपहार में देने वाली वस्तुएं जैसे होम फर्निशिंग, रसोई के उपकरण बर्तन आदि सामान से भी बाजार को सजाया गया है।

पूरी तरह भारत में बने हैं ये सामान
खंडेलवाल ने कहा कि इस वर्ष दिवाली पर बाजारों में देश के स्थानीय शिल्पकारों और कारीगरों के हुनर देखने हो मिलेगा। ये वो सामान है जिसे स्थानीय कारीगरों ने बनाया है। खासकर बड़ी संख्या में निचले तबके की महिला समूहों ने बनाए हैं। उन्‍होंने कहा कि वैसे तो देश के सभी राज्यों में बड़े पैमाने पर दिवाली से जुड़ी हुई वस्तुओं को बनाया जा रहा है, लेकिन खासतौर पर दिल्ली, राजस्थान, बिहार, पूर्वोत्तर के राज्यों, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के कारीगरों ने दिवाली के लिए अपने-अपने राज्यों में मिलने वाले स्‍थानीय सामान से अनेक आकर्षक वस्तुएं बनाई हैं।

बाजारों को सैनेटाइज करने की मांग1
कैट महामंत्री ने दिवाली की तैयारियों के संबंध में कहा कि कैट ने देश के सभी व्यापारिक संगठनों को ये सुझाव दिया है कि स्थानीय प्रशासन से सहयोग लेते हुए सभी शहरों के बाजारों को पूरी तरह से सैनेटाइज किया जाए और साफ़-सफाई का विशेष भी ध्यान रखा जाए। साथ ही ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए बाजारों में लाइटिंग की विशेष व्यवस्था की जाए। खंडेलवाल ने कहा कि कोरोना की वजह से अब भी लोग भयभीत हैं और बाहर निकलने में कतरा रहे हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं को येह विश्‍वास दिलाना होगा कि बाजार पूरी तरह से सुरक्षित हैं। (एजेंसी, हि.स.)

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