जीवनशैली स्‍वास्‍थ्‍य

डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद कारगर है योगासन, कंट्रोल में रहेगा ब्‍लड शुगर लेवल

नई दिल्ली। आजकल खराब दिनचर्या (bad routine) और गलत खान-पान के कारण मधुमेह या डायबिटीज (diabetes) या शुगर एक आम समस्या बन गई है। बड़ों से लेकर बच्चों तक, यह समस्या देखने को मिल जाती है। देश की एक बड़ी आबादी इस रोग की चपेट में है। शरीर में पेंक्रियाज (pancreas) जब इंसुलिन का उत्पादन बंद कर देता है तो व्यक्ति के शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है और वो डायबिटीज का शिकार हो जाता है। शुगर का रोगी होना किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत ही कष्टमय हो जाता है। लोग शुगर लेवल को कम करने या मेंटेन करने के लिए तरह-तरह के नुस्खे आजमाते हैं और महंगी दवाइयां भी लेते हैं लेकिन फिर भी कोई खास अंतर नहीं देखा जाता है। शुगर के रोगी अगर अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव कर योग अपनाएं तो इसे नियंत्रित कर सकते हैं। आज हम कुछ ऐसे ही योगासन के बारे में बता रहे हैं हैं जिन्हें डायबिटीज रोगियों (diabetic patients) के लिए वरदान माना जाता है।

मंडूकासन
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों को मोड़कर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं और अंगूठे को हथेली में अंदर की तरफ मोड़ लें और मुठ्ठी को जोर से बंद कर लें। अब दोनों हाथों की बंद मुठ्ठियों को नाभि के ऊपर रख लें। अब सांस खींचें और सांस को छोड़ते हुए अपने शरीर को आगे की ओर झुकाएं कुछ समय तक इस अवस्था में रहने के बाद सांस लेते हुए वापस वज्रासन मुद्रा में आ जाएं। इस प्रक्रिया को 3 से 4 बार दोहराएं।


– इस आसन को करने से पेट के अंदर के अंगों को मसाज मिलती है और पाचन तंत्र भी ठीक रहता है।

– मंडूकासन पेंक्रियाज को उत्तेजित करता है और डायबिटीज को नियंत्रित करने में बहुत फायदेमंद है।

कपालभाति प्राणायाम
सबसे पहले ध्यान मुद्रा में बैठे और आंखों को बंद कर लें और शरीर को तनाव मुक्त करके शरीर को ढीला छोड़ दें। अब अपनी दोनों नासिकाओं से सांस लें जिससे पेट फूल जाए और पेट की पेशियों को बल के साथ सिकोड़ते हुए सांस को छोड़े। ध्यान रहे कि सांस खींचते समय किसी प्रकार के बल का प्रयोग ना करें।

– मधुमेह रोगियों के लिए कपालभाति प्राणायाम करना बहुत फायदेमंद होता है। इससे पूरे शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है।

पश्चिमोत्तानासन
सबसे पहले एक समतल स्थान पर बैठ जाएं और अपने पैरों को सामने की तरफ फैलाएं। अब सांस लेते हुए अपने शरीर को आगे की ओर ले जाएं और अपने हाथों से पैर के अंगूठे को पकड़ने की कोशिश करें। अब अपने सिर को घुटनों पर लगाने का प्रयास करें और कुछ देर तक इसी अवस्था में रहें।

हलासन
सबसे पहले हलासन (Halasan) के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों पैरों को 90 डिग्री एंगल में ऊपर की ओर सीधा लेकर जाएं। इसके बाद अपनी कमर और हिप्स को हाथों से सहारा दें। अब अपने पैरों को सिर के ऊपर से सीधा पीछे की ओर ही ले जाने का प्रयास करें। अपने पैरों से जमीन को छुए और पैर सीधे ही रखें। डायबिटीज रोगियों के लिए यह काफी अच्छा रहता है लेकिन जो गर्भवती हैं या फिर जो लोग हाई बीपी या कमर दर्द के शिकार हैं, वो इस आसन को बिल्कुल ना करें।

धनुरासन
धनुरासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और सांस भरते हुए घुटनों को मोड़ें। दोनों हाथों से अपनी एड़ियां पकड़ने की कोशिश करें। अब अपने सिर, सीना, जांघ को ऊपर की तरफ उठाएं और शरीर का सारा भार पेट के निचले हिस्से पर ले आएं।इस आसन को करने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य जानकारी के लिए हैं हम इसकी जांच या सत्‍यता की पुष्टि नहीं करते हैं। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Share:

Next Post

पोषक तत्‍वों से भरपूर है सूरजमुखी के बीज, रोजाना सेवन करने से मिलेंगे ये चमत्कारी फायदें

Mon Jun 20 , 2022
नई दिल्ली। आज ज्यादातर लोग मोटापे और होर्मोनल इम्बैलेंस जैसी समस्याओं से परेशान हैं। जिसकी मुख्य वजह वर्कआउट की कमी और खराब जीवनशैली है। अगर आप भी इस तरह की किसी समस्या से परेशान हैं तो सूरजमुखी के बीज आपकी मदद कर सकते हैं। सूरजमुखी के बीज में आवश्यक फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्स (Vitamins […]