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निवेश पर घटा सकते हैं जोखिम, लॉन्ग टर्म रिटर्न के हिसाब से करें किसी भी फंड का चुनाव


नई दिल्ली। बीपीएन फिनकैप के निदेशक एके निगम का कहना है कि इक्विटी बाजार की तरह म्यूचुअल फंडों में निवेश पर भी जोखिम रहता है। इस जोखिम के कई कारण होते हैं। इनमें घरेलू के साथ वैश्विक कारण भी होते हैं, जिससे म्यूचुअल फंड में निवेश पर प्रतिकूल असर पड़ता है। हालांकि, फंड मैनेजरों की मदद से और अपनी निवेश रणनीति बदलकर इस जोखिम को कम किया जा सकता है। बाजार में म्यूचुअल फंड की कई योजनाएं उपलब्ध हैं, जिसमें अपने लिए बेहतर का चयन कर निवेश कर सकते हैं।

  1. एके निगम का कहना है कि अगर रिटर्न के हिसाब से अपने लिए किसी म्यूचुअल फंड योजना का चुनाव कर रहे हैं तो हमेशा लॉन्ग टर्न रिटर्न देखें।
  2. लॉन्ग टर्म यानी 8-10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखें तो इससे लिवाली और बिकवाली दोनों परिस्थितियों में फंड के प्रदर्शन को समझने में मदद मिलती है।
  3. 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड देखें, फंड के पूरे प्रदर्शन को समझने में मिलती है मदद।
  4. ऐसे फंड का चयन करें, जिसने कम-से-कम 2-3 साल की अवधि में लगातार बेहतर प्रदर्शन किया हो

अपने जोखिम का आकलन करें
सेबी के मुताबिक, एसेट मैनेजमेंट कंपनी को अपने सभी फंड के लिए रिस्क-ओ-मोटर दिखाना होता है। इसमें म्यूचुअल फंड से जुड़े सभी जोखिम के स्तर के बारे में जानकारी देनी होती है। इससे पहले रिस्क-ओ-मीटर में किसी खास श्रेणी से जुड़े जोखिम को दिखाया जाता था, लेकिन अब किसी फंड में निवेश से पहले इस मीटर से जांच लें कि किस फंड से जुड़ा जोखिम आपकी क्षमता के अनुकूल है। इसका स्तर लिक्विडिटी, क्रेडिट, ब्याज दर, बाजार पूंजीकरण और उतार-चढ़ाव जैसे जोखिमों के आधार पर तय होती है।


सभी एनएफओ में निवेश से बचें
पूंजी जुटाने के लिए एएमसी न्यू फंड ऑफर (एनओफओ) लाती हैं। िवेशक अधिक रिटर्न के लिए एनएफओ में निवेश करते हैं। हालांकि, सभी एनएफओ में निवेश से बचना चाहिए। ये नए ऑफर होते हैं और इनके बारे में अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं होती है। इसलिए सावधानी से इसमें निवेश करना चाहिए। यह भी देखना देना है कि इनमें क्या नया है और लागत कितनी है।

लार्जकैप में लगाएं पैसा
मिडकैप और स्मॉलकैप में निवेश पर अधिक रिटर्न मिलने की संभावना रहती है, लेकिन इसमें जोखिम भी अधिक रहता है। लार्जकैप में निवेश इसलिए बेहतर है क्योंकि बाजार की गिरावट के दौरान भी इसका प्रदर्शन बेहतर रहता है। लार्जकैप में निवेश का पैसा उन बड़ी कंपनियों में लगाया जाता है, जिनकी अपने क्षेत्र में मजबूत पकड़ होती है। अगर बाजार की गिरावट के दौरान इनमें नरमी आती भी है तो कुछ समय बाद इनके शेयर चढ़ जाते हैं।

फंडामेंटल की जांच जरूर करें
किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले इसका फंडामेंटल जरूर जांच लें। फंड के पोर्टफोलियो में देख लें कि यह कितना मजबूत है और इसका पैसा सभी सेक्टर्स की टॉप कंपनियों में लगा है या नहीं। कमजोर फंडामेंटल वाले फंड में निवेश से शॉर्ट टर्म में थोड़ा मुनाफा हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में बड़ा घाटा उठाना पड़ सकता है।

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