- मेडिकल छात्रा के किसान पिता को फोन कर ठगने का प्रयास विफल
इन्दौर। अब साइबर ठग शहर में अकेले रहकर पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजनों को शिकार बना रहे हैं। इंदौर में ऐसा ही एक मामला साइबर सेल के पास पहुंचा। इंदौर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही छात्रा के किसान पिता को ठग ने फोन कर कहा कि तुम्हारी बेटी किडनैप हो गई है। समय नहीं है, तुरंत पैसे डालो। लेकिन वह साइबर सेल के पास पहुंच गया और ठगी का शिकार होने से बच गया। साइबर ठग लोगों को जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके ईजाद करते रहते हैं। बिजली कनेक्शन कटने, क्रेडिट कार्ड बंद होने, सेना का अधिकारी बनकर, जॉब के नाम पर, निवेश के नाम पर ठगी करते आ रहे हैं, लेकिन अब उन्होंने नया तरीका ईजाद किया है। वे अब उन लोगों को टारगेट कर रहे हैं, जिनके बच्चे शहर में अकेले रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। साइबर सेल एसपी जितेंद्रसिंह ने बताया कि दो दिन पहले ऐसा ही एक मामला आया है। इंदौर के एक किसान को फोन आया कि उसकी बेटी इंदौर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। उसे कहा गया कि तुम्हारी बेटी किडनैप हो गई है। समय नहीं है, तुरंत बताए खाते में पैसे डालो। वह डर गया और तुरंत बेटी को फोन लगाया, लेकिन बेटी क्लास में थी, इसलिए फोन नहीं उठाया। इस पर वह और डर गया। उसने अपने एक परिचित को यह बात बताई। उन्होंने तुरंत साइबर सेल में फोन किया। जितेंद्रसिंह ने उनसे कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, पैसा मत डालना। आजकल साइबर ठग यह तरीका अपना रहे हैं। कुछ देर बात उनकी बेटी का फोन आ गया और कहानी स्पष्ट हो गई। इसके चलते वे ठगी का शिकार होने से बच गए।
बेटे या बेटी पर केस दर्ज होने का भी आ रहा है फोन
एसपी साइबर सेल जितेंद्रसिंह ने बताया कि सबसे पहले ठगों ने कोटा में बच्चों के माता-पिता को ठगी का शिकार बनाया। देशभर से सबसे अधिक बच्चे यहां पढऩे आते हैं। लगातार मिल रही शिकायत के बाद एसपी कोटा डॉ. अमृता दुबे ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि साइबर ठग इस तरह वारदातें कर रहे हैं। वे बच्चों के माता-पिता को या तो किडनैप होने का फोन करते हैं या फिर उनके खिलाफ कोई केस दर्ज होने का। इसके चक्कर में कई अभिभावक ठगी का शिकार हो चुके हैं। कई शिकायतें हमारे पास आई हैं। अब यह ट्रेंड इंदौर में भी शुरू हो गया है, क्योंकि प्रदेश में सबसे अधिक बच्चे इंदौर में ही पढ़ाई करने जाते हैं। कोचिंग से सूची प्राप्त कर ठग उनको शिकार बना रहे हैं। उन्होंने भी लोगों से अपील की है कि ऐसा फोन आए तो डरें नहीं, बच्चों से बात करें या अपने किसी परिचित को उनके स्कूल या कॉलेज में भेजें और पुलिस को सूचना दें।
मथुरा और राजस्थान की गैंग
एसपी ने बताया कि अब तक की जांच में पुलिस को पता चला है कि इस तरह के फ्रॉड के पीछे मथुरा और राजस्थान की गंैग काम कर रही है। पुलिस अब नए सिरे से गिरोह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।