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9/11 Attack: 21 साल बाद भी ट्रायल का इंतजार कर रहा हमलों का मास्टरमाइंड, संयुक्त राष्ट्र ने कही ये बात

वाशिंगटन। अमेरिका में 21 साल पहले आज ही के दिन 9/11 आतंकी हमला हुआ था। इस बड़े आतंकी हमले में 2,977 लोग मारे गए थे। लेकिन दो दशक बीत जाने के बाद भी इस हमले का मास्टरमाइंड खालिद शेख मोहम्मद अपने ट्रायल का इंतजार कर रहा है।

कैसे हुआ था हमला
11 सितंबर 2001 की सुबह अल-कायदा के 19 आतंकियों ने चार कॉमर्शियल प्लेन को हाइजैक कर लिया था। उनका इरादा इन विमानों को अलग-अलग सरकारी और ऐतिहासिक इमारतों पर टकराने का था। इन चार विमानों से दो न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर पर टकराए जबकि तीसरा प्लेन पेंटागन में रक्षा मंत्रालय पर टकराया। पेंटागन में ही अमेरिका सेना का मुख्यालय है। चौथा विमान वाशिंगटन डीसी में एक सरकारी इमारत को निशाना बनाने जा रहा था लेकिन वह पहले ही क्रैश हो गया और खेत में जाकर गिरा।

कौन है खालिद शेख मोहम्मद
रिपोर्ट के मुताबिक, शेख मोहम्मद मोस्ट वांटेड हाई-प्रोफाइल आंतकवादियों में से एक था। उसे मार्च 2003 में पाकिस्तान के रावलपिंडी से पकड़ा गया था। बांद में उसे ट्रायल के लिए ग्वांतानामो खाड़ी, क्यूबा भेजा गया था। आतंकी शेख मोहम्मद तबसे ग्वांतानामो में रह रहा है।

न्यूयॉर्क में यूएस के एक पूर्व अटॉर्नी डेविड केली ने 9/11 हमलों के पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए अमेरिकी सरकार की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह पीड़ित परिवारों के लिए एक भयानक त्रासदी है।

रिपोर्ट के मुताबिक डेवी केली ने हमलों में जस्टिस डिपार्टमेंट की राष्ट्रव्यापी जांच की सह-अध्यक्षता की थी। 25 वर्षीय एंड्रिया के पिता जॉर्ज हैबरमैन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर प्लेन क्रैश होने के बाद मारे गए थे। एंड्रिया ने कहा, घटना के बारे में सच्चाई को उजागर करना समय की मांग है।


प्लेन हाइजैक करने की दी गई थी ट्रेनिंग
9/11 हमलों के बाद एफबीआई और उसके सहयोगियों को तुरंत पता चला था कि हमले ओसामा बिन लादेन के आतंकी संगठन द्वारा किए गए। चार विमानों को हाइजैक करने वाले 19 लोगों को अल-कायदा द्वारा प्रशिक्षित किया गया था। बाद में बिन लादेन ने हमलों को अंजाम देने में अपनी भूमिका को स्वीकार किया था।

बिन लादेन और अल जवाहिरी की मौत
इसके बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ युद्ध शुरू किया था। ओसामा बिन लादेन और अलकायदा के अन्य आतंकियों को खोजने के लिए अफगानिस्तान में सैन्य अभियान चलाया गया। अमेरिकी नौसेना ने आखिरकार 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में एक सैन्य अभियान के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। अयमान अल जवाहिरी को इस साल जुलाई के अंत में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ड्रोन हमले में मार गिराया गया था। यह हमला सीआईए के द्वारा किया गया था।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने पीड़ितों के लिए जताई संवेदना
गुटेरेस ने एक संदेश में कहा कि इस तरह के आतंकी कृत्यों से बचे लोग आतंकवाद विरोधी नीतियों को जमीन पर उतारने के लिए नया नजरिया ला सकते हैं। यूनाइटेड नेशन ग्लोबल कांग्रेस ऑफ टेररिज्म में उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने उनकी ओर से संदेश पेश किया।
गुटेरेस ने कहा कि मेरी संवेदनाएं 9/11 हमलों में मारे गए लोगों के प्रियजनों और न्यूयॉर्क के सभी लोगों के साथ हैं। जिस शहर को मैंने कई वर्षों तक अपना घर बनाया और जो संयुक्त राष्ट्र की मेजबानी करता है, उसे कभी नहीं भूलेंगे।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने आतंकी हमलों के पीड़ित लोगों को एक प्रेरक उदाहरण बताया। उन्होंने उन लोगों और समुदायों के साहस की प्रशंसा की जो दुनियाभार में आतंकवाद के प्रत्यक्ष परिणाम भुगत रहे हैं।

अमीना मोहम्मद ने कहा, आतंकवाद के पीड़ितों के लिए एकजुटता और समर्थन एक नैतिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि आज की बैठक केवल पीड़ितों को लाभ पहुंचाने के लिए नहीं है बल्कि यह हर जगह आतंकवाद को रोकने और समाप्त करने के हमारे प्रयासों का एक अनिवार्य हिस्सा है।

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