भोपाल। चुनाव आयोग ने मतगणना के दौरान उम्मीदवार व उनके एजेटों की उपस्थित को लेकर स्थिति स्पष्ट की है। मतगणना हॉल में उम्मीदवार के साथ-साथ उनके एजेंट मौजूद रह सकेंगे, लेकिन कोविड-19 के चलते संख्या का ध्यान रखा जाएगा। उपचुनाव की मतगणना 10 नवंबर को 8 बजे शुरू होगी। मतगणना स्थल पर प्रत्याशी व उनके एजेंटों को लेकर भ्रम की स्थित बनी हुई थी। लगातार सूचनाएं प्रसारित हो रही थी कि प्रत्याशी व एजेटों को अंदर प्रवेश नहीं मिलेगा। इसको लेकर र चुनाव आयोग ने स्थिति को स्पष्ट किया है। कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखकर उप चुनाव संचालन के लिए विस्तृत गाइड लाइन बनाई गई है। प्रत्याशी व उनके एजेंट मौजूद रह सकेंगे।
नौ बजे के बाद ही मिलेंगे रुझान
सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। शुरुवात में पोस्टल बेलेट गिने जाएंगे। 2678 वोट पोस्टल बेलेट से डाले गए है। 8:30 बजे से ईवीएम के मतों की गिनती शुरू होगी। 9 बजे के बाद ही पहला रुझान सामने आएगा। इस बार मतदान केन्द्रों की संख्या अधिक रखी है। इस कारण रिजल्ट में 2 से 3 घंटे देर सकती है। निर्वाचन आयोग के पीआरओ ने राजेश दाहिमा ने बताया कि मतगणना कक्ष में एजेंटों के नहीं होने को लेकर कई भ्रामक सूचनाएं और जानकारियां दी जा रही थी। ऐसा कुछ नहीं है। सिर्फ गाइडलाइन के अनुसार संख्या पर नियंत्रण रहेगा। इस संबंध में चुनाव आयोग ने संबंधित सभी विभागों और अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
यहां हुए चुनाव
राज्य में जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करैरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मांधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर और सुवासरा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से 16 सीट ग्वालियर चंबल अंचल से हैं।