गंजबासौदा। ड्डमिशनरी संस्थाओं में किए गए धर्मातरण का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। एनसीपीसीआर उक्त मामले की लगातार जांच में लगा हुआ है। जिसमें एक के बाद चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। रायसेन, सागर के बाद विदिशा में भी मिशनरी संस्थाओं द्वारा व्यापक स्तर पर इस तरह के कार्य को बढ़ावा दिया है। जिसकी जांच के लिए गुरुवार को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के दो सदस्य एवं जिला शिक्षा अधिकारी की टीम ने नगर के भारत माता कान्वेंट स्कूल पहुंचकर दस्तावेजों की जांच पड़ताल की है। मामले में टीम को चौंकाने वाले तथ्य भी मिले हैं। जिनसे ऐसे अनाथ बच्चों की मानव तस्करी किए जाने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता। जांच में सेंट जोसेफ स्कूल जिसमें पहले होटल संचालित किया जाता था। उसका भी जिक्र हैं। फिलहाल टीम ने स्कूल से रिकॉर्ड की प्रतियां लेकर जांच में ले लिया है। 2015-16 से ही इस मामले की लगातार जांच की जा रही थी। जो अब धीरे-धीरे सबूतों के साथ एकत्रित हो गई है।मप्र बाल संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. निवोदिता शर्मा ने बताया कि बासौदा के भारत माता कान्वेंट स्कूल में चार बच्चों के दर्ज होने की जानकारी मिली है जो दूसरे जिलों में जिनका नाम है। यह बच्चें किस के माध्यम से इस संस्था में भेजे गए हैं। जिसमें एनसीपी आर द्वारा मामले की जांच को उठाया था और क्रमशानुसार सागर में इस बड़े मामले का पर्दाफाश किया गया।
70 बच्चों का किया या धर्मांतरण
जांच सदस्यीय टीम में आए ओमकार सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में सागर में सेंट फ्रासिंस सेवा धाम करके एक संस्था थी, जो अन्य रजिस्टर्ड थी। वर्ष 2015 के बाद उसका रजिस्ट्रेशन किया गया। जिसमें से कई छोटे बच्चों को होंशगाबाद, सिवनी और बासौदा में भेजा गया। उन बच्चों के अभिभावकों के नाम स्पष्ट नहीं हैं। साथ ही वर्तमान में उन बच्चों का नाम क्या हैं यह भी उल्लेखित नहीं हो पा रहा है। जिसकी जांच की जा रही है। बाल संरक्षण आयोग ने 2018 में पत्र भेजकर बच्चों की जानकारी ली थी, लेकिन इससे पहले बच्चें संस्था में पढऩे आ चुके थे, 2001 में बच्चे बीएमसी में पढऩे के लिए दाखिला किया जा चुका था। इस जांच कमेटी को मौके पर जो तथ्य मिले हैं उसको लेकर वह धर्मांतरण की बात से इंकार नहीं कर रही। साथ ही नाबालिक बच्चें को एक जिले से दूसरे जिले में बिना किसी सूचना के ले जाने पर मानव तस्करी का भी मामला लग रहा है। जिसकी लगातार जांच की जा रही है। आयोग की टीम ने बताया कि इस पूरे मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। Share: