इंदौर। अभी तक किसी भी चुनाव (election) में कांग्रेस (congress) के प्रत्याशी (candidate) मतदान के बाद कहीं घूमने निकल जाते थे तो कहीं बैठक की औपचारिकता निभाई जाती थी, लेकिन पहली बार निगम चुनाव (nigam election) में इस बार कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला (sanjay shukla) ने एक नई परिपाटी शुरू की। पिछले दो दिनों से वे कांग्रेस के प्रमुख नेताओं और पार्षद प्रत्याशियों के साथ लंच पर चुनाव संबंधी चर्चा कर रहे हैं। इसके साथ ही 17 जुलाई को होने वाली मतगणना की ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
एक दिन पहले प्रमुख नेताओं की बैठक थी तो कल सभी 85 वार्डों में चुनाव लड़ चुके कांग्रेस प्रत्याशियों की बैठक रखी गई थी। उनके साथ-साथ विधानसभा और ब्लॉक-मंडलम् के नेताओं को भी बुलाया गया था, ताकि पता किया जा सके कि किस प्रकार का मतदान हुआ है और मतदान किसके पक्ष में जाएगा। हालांकि सभी से सामूहिक तौर पर चर्चा हुई। मंच पर कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला के साथ-साथ जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव, गोलू अग्निहोत्री, देवेंद्र यादव, सुरजीतसिंह चड्ढा, राजेश चौकसे, दीपू यादव, छोटे यादव भी मौजूद थे। बाद में चलती बैठक में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी भी पहुंचे और अपनी बात कहकर निकल गए।
मतगणना की ट्रेनिंग दे रहे धर्मेंद्र वाजपेयी ने कहा कि मतगणना वाले दिन आखिर तक किसी को भी अपनी टेबल से नहीं हिलना है और जब तक पूरी मतगणना नहीं हो जाती, बाहर नहीं जाना है। गोलू ने कहा कि भाजपा वाले आखिर में ही गड़बड़ करते हैं। वे ऐसा माहौल बना देते हैं कि हम लोग नाराज होकर बाहर निकल जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना है। एक एजेंट महापौर का और एक एजेंट पार्षद प्रत्याशी का रहेगा। अगर 20 से अधिक बूथ होंगे तो वहां दो-दो एजेंट रहेंगे। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल हैदराबाद में होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो पाए।
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