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असम : कोरोना काल के बीच 01 सितम्बर से शिक्षण संस्थान खोलने की तैयारी में राज्य सरकार

गुवाहाटी । कोरोना महामारी के बीच आगामी 01 सितम्बर से असम सरकार विद्यालय और महाविद्यालयों को खोलने की योजना बना रही है। राज्य के वित्त, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने बताया है कि राज्य सरकार ने विद्यालय और महाविद्यालयों को 01 सितम्बर से खोलने की योजना बना रही है, लेकिन इस मामले में निर्णय केंद्र सरकार को लेना है। उन्होंने बताया कि आगामी 31 अगस्त तक विद्यालय और महाविद्यालय पूरी तरह से बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस संबंध में बताया है कि, जिसके चलते मानसिक रूप से राज्य सरकार इसको लेकर चिंता व चर्चा कर रही है।

वहीं 30 अगस्त के अंदर राज्य सरकार के अधीन काम करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं और अध्यापक-अध्यापिकाएं व कर्मचारियों को कोरोना टेस्ट करना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षक व शिक्षाकाओं की रिपोर्ट वेबसाइ पर जारी किया जाएगा। टेस्ट 23 से 30 अगस्त के अंदर कराना होगा। उसके पहले कराने पर उसे नहीं माना जाएगा।

उन्होंने चौथी कक्षा तक के विद्यालयों को अभी खोलने की कोई योजना नहीं बनाई गई है। उन्होंने चौथी कक्षा तक के विद्यालयों को 01 सितम्बर से अनिश्चितकाल तक के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पांचवी से आठवीं कक्षा के विद्यालयों की पढ़ाई क्लास रूम में नहीं होगा। उन्होंने पढ़ाई खेल मैदान या खुले मैदान में चार हिस्सों में पढ़ाई की जा सकेगी। एक समय 15 से अधिक विद्यालयों को पढ़ाने पर रोक लगाई गई है।

उन्होंने कहा कि कक्षाओं में एकजुट होने पर संक्रमण के फैलने का खतरा अधिक है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से गुरुकुल की तरह खुले आकाश में पढ़ाई की व्यवस्था करनी होगी। शिक्षित युवक व युवतियों स्वेच्छा से शिक्षा प्रदान कर सकती है। ऐसे बच्चों को एक प्रमाण पत्र देने की व्यवस्था की गई है। निजी विद्यालय भी इस तरह की व्यवस्था कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि नौंवी और 11वीं श्रेणी के विद्यलायों को सप्ताह में दो दिन विद्यालय में पढ़ाई करने के लिए जा सकते हैं। एक कक्षा में 15 से अधिक बच्चों को प्रवेश करने की इजाजत नहीं होगी। वहीं 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थी सप्ताह में चार दिन सिर्फ 03 घंटा पढ़ाई कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि नौवी के विद्यार्थी सुबह तथा 11वीं के विद्यार्थी शाम को स्कूल जा पाएंगे। वहीं 10वीं के विद्यार्थी सुबह तथा 12वीं के विद्यार्थी शाम को पढ़ाई कर कर पाएंगे।

यह व्यवस्था अगले समय तक जारी रहेगा। साथ ही बताया कि विद्यार्थी अपने घर के आसपास के विद्यालयों में पढ़ाई कर पाएंगे। उन्हें दूर जाने की जरूरत नहीं है। गुवाहाटी में पढ़ने वाले बच्चे अपने गांव के आसपास के विद्यालयों में पढ़ाई कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसकी पूरी सूचना शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध करायी गई है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर केंद्र सरकार या बच्चों के अभिभावकों द्वारा इसका विरोध किया गया तो राज्य सरकार इस निर्णय को वापस ले लेगी।

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