उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News) मध्‍यप्रदेश

कोरोना वायरस- नियम टूटे तो सारी जिम्मेदारी आयोजक की

उज्‍जैन। शहर के टेंट-केटरिंग-बैण्ड-डीजी-फोटो-वीडियोग्राफी वालों ने एडीएम से कहा है कि हम तो विवाह वाले घर में प्रशासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार निर्धारित संख्या में मिली अनुमति अनुसार तैयारी करके देंगे। यदि मौके पर पुलिस-प्रशासन की टीम पहुंचे और वहां पर तय संख्या से अधिक लोगों को पाए तो उसकी सारी जिम्मेदारी आयोजक की हो, मौके पर हमारे सामान में न तो तोडफ़ोड़ की जाए और न ही हमारे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसलिए भी क्योंकि आयोजन जिनका है, लोगों की संख्या की जवाबदारी उनकी है, न की रूपये लेकर किराए पर व्यवस्थाओं के इंतजाम करने वालों की।

यह बात हिंदुस्थान समाचार से चर्चा में उज्जैन टेंट हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश गोयल ने कही। उन्होंने बताया कि उनका एक प्रतिनिधि मण्डल एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी से मिला था। एडीएम का कहना था कि नियम नहीं टूटना चाहिए। हमारा कहना रहा कि हम तो नियम तोड़ेंगे नहीं। जिस निर्धारित संख्या की अनुमति प्रशासन देगा, उतनी ही कुर्सियां, प्लेट से लेकर अन्य इंतजाम हम करेंगे, लेकिन यदि आयोजक तय संख्या से अधिक लोगों को भोजन/कार्यक्रम में बुला लेता है, तो इसकी जवाबदारी आयोजक की रहे, हमारी नहीं। ऐसा देखने में आया है कि इन मामलों में तुरंत तोडफ़ोड़ हो जाती है। जब्ती शुरू हो जाती है। नुकसान हम लोगों का होता है,जो किराए पर सामान देते हैं। हम तो किसी को बुलाते नहीं है। श्री गोयल के अनुसार इस मामले में मंत्री डॉ.मोहन यादव ने भी सहमती दी है कि वे प्रशासन और पुलिस को निर्देश देंगे कि आयोजकों पर ही नियमों की सारी जवाबदारी डाली जाए।

इस बार करीब 30 करोड़ रूपए दावं पर लगे हैं आयोजकों के
एक छोटा अनुमान लगाया जाए तो इस बार विवाह आयोजकों के करीब 30 करोड़ रूपये दांव पर लगे है। इसमें होटल/गार्डन/धर्मशाला की बुकिंग, सर्विस केटरिंग, बैण्ड, डीजी, फोटो-वीडियोग्राफी शामिल है। भोजन का मेनू अलग है। जोकि आयोजकों की ओर से होता है या फिर सर्विस केटरिंग में ठेका देने पर उसी पर खर्च हो जाता है। शेष कार्य संबंधितों द्वारा अपने कर्मचारियों के मार्फत ही करवाया जाता है। आयोजकों से इन सारे सर्विस देनेवालों द्वारा एडवांस लिया जा चुका है। नए कलेवर में सजावट के लिए एडवांस राशि को खर्च भी कर चुके हैं। अब फायनल पैमेंट होने पर मजदूरों की मजदूरी और हमारी इनकम बंटेगी। जो होटल/गार्डन ठेके पर पूरा काम ले रहे हैं,वे भी इस राशि में शामिल है। श्री गोयल ने बताया कि पिछले दो माहों से विवाह समारोहों की तैयारी सभी के द्वारा की जा रही है। ऐसे में यदि अनुमति को बिलकुल सीमित कर दिया जाता है तो उसकी सीधी मार हमे पड़ेगी, क्योंकि आयोजक तो हाथ खींच लेंगे। विवाद भी इसी कारण से होंगे।

12 दिसंबर तक होंगे विवाह
इस बार 25 नवंबर से 12 दिसंबर तक विवाह आयोजन होंगे। इसके बाद कोई मुहूर्त नहीं है। इन 18 दिनों में ही विवाह आयोजन में भूमिका निभाने वाले टेंट-केटरिंग-बैण्ड-डीजी-फोटो-वीडियोग्राफी वालों का सालाना व्यवसाय होगा। इसलिए क्योंकि कोरोनाकाल में अप्रैल माह में विवाह समारोह हुए नहीं। अब अगले वर्ष आयोजन होंगे। ऐसे में इस वर्ष की कमाई के रूप में ये 18 दिन ही इनके सामने हैं।

Share:

Next Post

विश्व का नेतृत्व करने और दुश्मनों को जवाब देने के लिए अमेरिका तैयार : राष्ट्रपति बाइडन

Wed Nov 25 , 2020
वाशिंगटन। अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को अपने प्रशासन के लिए कई अहम नियुक्तियों का एलान करते हुए कहा कि अमेरिका विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने ट्रंप की अमेरिका फ‌र्स्ट नीति को बदलने का संकेत देते हुए कहा कि उनका देश दुश्मनों का सामना करने के […]