उज्जैन। बारिश का मौसम जारी है और मच्छरों से होने वाली बीमारियां भी बढ़ रही हैं। डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार के मरीज इन दिनों काफी मिल रहे हैं। निजी अस्पतालों में कई मरीज डेंगू का उपचार करा रहे हैं लेकिन जिला मलेरिया विभाग के रिकार्ड में अभी तक डेंगू का आंकड़ा शून्य बताया जा रहा है। मलेरिया विभाग के अनुसार पिछले साल जिले में डेंगू के 900 से ज्यादा मामले सामने आए थे। स्थिति यह रही थी कि ब्लड के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा था। इस साल भी कई लोग डेंगू की चपेट में आ गए हैं और निजी अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।
डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। बरसात के मौसम में जगह-जगह पानी भर जाता है। इन गड्ढों, डबरों में जमा पानी मच्छरों की तादाद बढ़ाता है। घर के कूलर, फ्रिज, एसी, गमला, टंकी आदि में लंबे समय तक पानी जमा रहने से मच्छरों का खतरा बढ़ता है। इसलिए समय-समय पर इनकी सफाई का ध्यान रखा जाना चाहिए, वहीं मलेरिया परजीवी का संक्रमण संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर रुके हुए साफ पानी में पैदा होता है, अत: घर के आस-पास कहीं भी खुले स्थान पर पानी एकत्रित न होने दें। ऐसे स्थान जहां पानी की निकासी संभव न हो और अनावश्यक जल भराव हो, वहां केरोसिन या जला हुआ तेल डालें। जिला मलेरिया विभाग ने दावा किया था कि सितंबर माह में जहाँ बारिश का पानी जमा होगा, वहाँ गंबूसिया मछली छोड़ी जाएगी और संभावित इलाकों में लार्वा नष्ट करने के लिए टीमों को भेजा जाएगा। विभाग के अनुसार जिले में अभी तक डेंगू का एक भी केस नहीं आया है। इस कारण अभी टीमों को इस काम में नहीं लगाया गया है। Share: