- पुरानी कंपनी मार्च तक करती रहेगी इसका संचालन
भोपाल। प्रदेश के संवेदनशील, सार्वजनिक, रहवासी और शहर के आउटर भागों में लोगों को त्वरित पुलिस सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से मुहैया कराई गई डायल-100 सुविधा को अब नई कंपनी टेक ओवर करेगी। गौरतलब है कि घटना, वारदात, हादसा होते ही डायल-100 पर सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल पहुंच कर पीडि़त को सहायता मुहैया कराती है। इस वाहन से लोगों को अस्पताल या फिर थाने पहुंचाया जाता है। आम जनता की सेवा के लिए आपाताकालीन सेवा डायल-100 जल्द ही अब नए कलेवर में देखने को मिलेगी। डायल-100 वाहन में नोडल प्वाइंट के हिसाब से थाने का स्टाफ लगाया जाता है, जिसमें प्रधान आरक्षक सहित सिपाही मौजूद रहता है। इसके अलावा जरूरत पडऩे पर तत्काल कंट्रोल के जरिए पुलिस मदद ली जाती है। भोपाल में डायल-100 के सेंट्रल कमांड कंट्रोल सिस्टम के जरिए प्रदेश भर में सूचना जाती है। सूचनाकर्ता के क्षेत्र की डायल-100 को संदेश के साथ लोकेशन भेज दिया जाता है, इससे सूचनाकर्ता की मदद के लिए पुलिस मौके पर पहुंच जाती है।
कंपनी बदलने की प्रक्रिया पूरी
जानकारी के अनुसार डायल 100 वाहनों का संचालन करने वाली कंपनी अब जल्द ही बदल जाएगी। इसकी सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी है। नई कंपनी जल्द ही इस व्यवस्था को टेक ओवर कर लेगी। हालांकि पुरानी कंपनी मार्च तक इसका संचालन करती रहेगी। इसके बाद नई कंपनी के पास इसके संचालन की व्यवस्थाएं चली जाएगी। सूत्रों की मानी जाए तो हाल ही में डायल 100 के लिए टेंडर हुए। टेंडर खोले जा चुके हैं। अब आगे की औपचारिकताएं पूरी करने की प्रक्रिया में डायल 100 मुख्यालय जुट गया है। इससे पहले दिसंबर में टेंडर खुलने वाले थे,लेकिन उस वक्त जिस कंपनी की गाडिय़ां चाहिए थी उसने रेट नहीं दिए थे। इसके चलते जनवरी के आखिरी सप्ताह में टेंडर फिर से करवाने का तय हुआ था। यह टेंडर हो गए और टेंडर खुल भी गए।
नई गाडिय़ों में होंगी आधुनिक सुविधाएं
बताया जाता है की डायल-100 के संचालन के लिए अब जल्द ही कंपनी का चयन कर एमओयू किया जाएगा। इस बार नई गाडिय़ों में कुछ अन्य आधुनिक सुविधायें भी मुहैया होना है। जिसमें सीसीटीवी कैमरे आदि गाड़ी में इंस्टोल किये जाएंगे। इधर कंपनी को पहले दिसंबर तक का एक्सटेंशन दिया गया था, लेकिन अब इसको बढ़ा कर मार्च तक का कर दिया गया है। इस पर करीब तीस करोड़ रुपए और कंपनी को दिए जाएंगे। इससे पहले भी पांच बार इस कंपनी का एक्सटेंशन दिया जा चुका था। टेंडर खुलने के बाद करीब तीन महीने का समय नई कंपनी को तैयारी के लिए देना पड़ेगा। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि अप्रैल से नई कंपनी इसका संचालन शुरू करेगी। इस बार सफारी की जगह पर इनोवा वाहन चलेंगे। गाडिय़ों की संख्यां में भी इस बार इजाफा किया गया है। एक हजार 200 गाडिय़ां डायल 100 के अंतर्गत चलेगी। डायल-100 सेवा के दूसरे चरण यानी 2021-2026 की शुरुआत में 1000 वाहनों की जगह 1200 नए वाहन लगाने थे। शहरी क्षेत्र में इनोवा व ग्रामीण इलाकों में बोलेरो को मंजूरी मिली थी। बाद में वाहनों की संख्या 2000 तक करने की बात कही थी। वाहनों में डैश बोर्ड कैमरे, पुलिसकर्मियों के लिए बॉडी वार्न कैमरों की व्यवस्था होनी थी। इसके लिए राज्य सरकार ने 1084 करोड़ का प्रावधान किया था।