- सरेआम दिग्विजयसिंह ने लगाया था आरोप, लेकिन चौकसे को नहीं मिले फर्जी मतदाता
इंदौर (Indore)। तीन महीने पहले दो नंबर क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने आए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने कांग्रेसियों को फर्जी मतदाताओं के नाम कटवाने के लिए कहा था। उन्होंने दो नंबर विधानसभा में दावेदारी कर रहे नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे से कहा था कि वे बारीकी से जांच करवाएं, लेकिन दावे-आपत्ति के आखरी दिन कल दो नंबर विधानसभा से एक भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई। उलटा चौकसे ने मीडिया के सामने कहा कि हमारे यहां मतदाता सूची सही है और उस पर हमें किसी प्रकार की आपत्ति नहीं है।
कांग्रेस ने इस बार मतदाता सूची को लेकर बारीकी से परीक्षण की बात कही थी, लेकिन कुछ ही कांग्रेसियों ने इस मामले में गंभीरता दिखाई। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 से पिंटू जोशी ने 12 हजार तो चार नंबर से अक्षय बम ने करीब 14 हजार मतदाताओं के पते पर नहीं मिलने पर आपत्ति दर्ज कराई है। कल दोनों ने ही कलेक्टर कार्यालय में जाकर संबंधित विधानसभा के उपनिर्वाचन अधिकारी के समक्ष आवेदन दिया है। इस पर निर्वाचन विभाग की ओर से कार्यवाही शुरू कर दी गई है। सूची में कई नाम ऐसे हैं जो दो-दो बार लिखे हैं तो कई नाम दो से अधिक बार लिखे हैं, जिसका डाटा निकाला गया है।
वहीं तीन महीने पहले शहर में 2 नंबर विधानसभा की बैठक लेने आए पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य ने सरेआम मंच से नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे से कहा था कि वे अपने क्षेत्र में ऐसे मतदाताओं की जानकारी लें जिनके नाम डबल है या वे यहां से कहीं चले गए हैं। कल जब चौकसे बम के चुनाव कार्यालय में पहुंचे तो वहां उनसे मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि उनकी विधानसभा में ऐसे कोई मतदाता ही नहीं है, यानि उन्होंने अपने ही वरिष्ठ नेता की शंका को झूठला दिया। उन्होंने कहा कि मैं खुद चुनाव लड़ा और मेरे तथा राजू भदौरिया के वार्ड में फर्जी मतदाता है ही नहीं। हालांकि दो नंबर विधानसभा में 18 वार्ड हैं। विदित है कि इस विधानसभा से चिंटू चौकसे का टिकट तय माना जा रहा है। इसका इशारा खुद दिग्विजयसिंह ने किया था।
शहर कांग्रेस के पास भी आंकड़ा नहीं
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ 6 महीने पहले ही कह चुके हैं कि प्रदेश में मतदाता सूची का बारीकी से परीक्षण किया जाएं। दिग्विजयसिंह भी इस बात को कई बार दोहरा चुके हैं, लेकिन कांग्रेसियों ने इस मामले में दिलचस्पी नहीं दिखाई। हालांकि दावेदारों ने जरूर अपने स्तर पर परीक्षण करवाया और फर्जी नाम निकलाएं। शहर कांग्रेस के पास भी फर्जी नामों का कोई आंकड़ा नहीं है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्ढा से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि हमने डाटा इक_ा नहीं किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि कांग्रेस के नेता टिकट मांगने का काम तो कर रहे हैं, लेकिन अपने ही बड़े नेताओं के निर्देश नहीं मान रहे हैं।