- दो वर्ष से कोरोना के कारण नहीं निकल रहे थे ढोल, इस बार जुटेगी भीड़
उज्जैन। कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष से डोल नहीं निकल रहे थे लेकिन अब पाबंदियाँ हट चुकी है और शाम को चल समारोह निकलेगा। इस दौरान प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रतिबंधित रहेगा। परंपरानुसार आज डोल ग्यारस के अवसर पर द्वारकाधीश गोपाल मंदिर से शाम को डोल चल समारोह निकाला जाएगा। इसमें भगवान श्रीकृष्ण, राधा और रुक्मणि के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे और भक्तों को दर्शन देंगे। परंपरानुसार यह चल समारोह गोपाल मंदिर से आरंभ होकर देर रात इंदिरा नगर स्थित सोलह सागर पहुंचेगा तथा वहां पूजन-अर्चन के पश्चात विभिन्न मार्गों से पुन: मंदिर पहुंचेगा। इसी तरह छोटा सराफा स्थित लक्ष्मी नृसिंह मंदिर से भी फूलडोल चल समारोह शाम 4 बजे से निकलेगा, जो नई पेठ, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, ठाबा रोड होता हुआ शिप्रा तट पहुंचेगा तथा वहां पूजन अर्चन के बाद विभिन्न मार्गों से वापस मंदिर आएगा।
बैरवा समाज द्वारा भी परंपरानुसार आज शाम फूलडोल चल समारोह निकाला जाएगा। इसमें झिलमिलती झांकियों के साथ विभिन्न अखाड़े और बड़ी संख्या में समाजजन तीन बत्ती चौराहा से एकत्रित होकर निकलेंगे। विभिन्न मार्गों से होता हुआ ये चल समारोह देर रात सोलह सागर पर जाकर संपन्न होगा। गौरतलब है कि पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण डोल ग्यारस पर चल समारोह के आयोजन नहीं हो रहे थे, लेकिन इस बार झांकी निकलेगी।
अनंत चतुर्दशी चल समारोह से अधिक झाँकी बनती है- दिनोंदिन डोल चल समारोह बड़ा रूप लेता जा रहा है, जबकि पहले जब मिलें चालू थी तो अनंत चतुर्दशी का चल समारोह भव्य निकलता था और अब उज्जैन में यह फीका हो रहा है तथा झाँकी भी कम बन रही है। रात्रि जागरण भी अब लोग नहीं करते। बैरवा समाज द्वारा डोल चल समारोह में झाँकिया तैयार कराई जाती है। Share: