इंदौर से भेजे प्रस्ताव भोपाल ने हूबहू किए मंजूर, 10 से 25 फीसदी बढ़ेगी 1 अप्रैल से गाइडलाइन, अभी रजिस्ट्रियों के लिए काफी भीड़
इंदौर। पंजीयन विभाग (registration department) की स्टाम्प ड्यूटी (stamp duty) से इस बार रिकॉर्डतोड़ कमाई हो रही है। कल तक 1610 करोड़ रुपए का राजस्व (Revenue) हासिल हो गया था और अब बचे महीने के अंतिम दिनों में 100 करोड़ रुपए से अधिक और हासिल हो जाएंगे, क्योंकि अभी रजिस्ट्री करवाने वालों की भीड़ उमड़ रही है, जिसके चलते आज से शाम 6 बजे तक स्लॉट बुकिंग की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग रजिस्ट्री करवा सकें। दूसरी तरफ इंदौर से भेजी गई आगामी वित्त वर्ष की प्रस्तावित गाइडलाइन को हूबहू भोपाल ने मंजूर कर दिया है, जिसके चलते 1 अप्रैल से 745 क्षेत्रों में 10 से 25 फीसदी गाइडलाइन बढ़ जाएगी, वहीं दो दर्जन नई कालोनियों में भी गाइडलाइन तय कर दी गई है, वहीं रविवार के दिन भी पंजीयन विभाग के सभी दफ्तर खुले रखे गए हैं। सिर्फ धुलेंडी और रंगपंचमी को ही अवकाश मनाया गया।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद एकाएक इंदौर का रियल इस्टेट कारोबार चमका और जमीनों के भाव आसमान पर पहुंच गए, जिसके चलते चारों तरफ धड़ाधड़ कालोनियां कटने लगी और डायरियों पर ही करोड़ों का माल बिक गया। नतीजतन रजिस्ट्रियों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ। जमीनों के कई बड़े सौदों में जहां तगड़ी स्टाम्प ड्यूटी लगी। दूसरी तरफ छोटे-छोटे भूखंडों की भी रजिस्ट्रियां बड़ी संख्या में हो रही है। कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा भूमाफियाओं, गृह निर्माण संस्थाओं पर शुरू की गई कार्रवाई और डायरियों पर लगाई रोक के बाद भी रजिस्ट्रियों की संख्या में इजाफा हुआ और कालोनाइजर खुद आगे रहकर रजिस्ट्रियां करवाने लगे हैं, वहीं लोगों में भी जागरूकता आई है। वरिष्ठ जिला पंजीयक बालकृष्ण मोरे के मुताबिक इस बार 31 मार्च तक 1600 करोड़ रुपए के राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा गया था, जो कल ही पूरा हो गया। कल 1610 करोड़ रुपए की आय हो चुकी थी, जबकि अभी एक हफ्ता पूरा बाकी है और मार्च के इन अंतिम दिनों में सबसे अधिक रजिस्ट्रियां होती है। इंदौर जिले में 22 उपपंजीयक कार्यालय हैं, जिसमें से 17 इंदौर शहर में और 5 तहसील कार्यालयों पर हैं। यहां पर अभी साढ़े 4 बजे तक ही स्लॉट बुकिंग होती थी, मगर अब आज से इसका समय बढ़ाकर शाम 6 बजे तक कर दिया है। एक उपपंजीयक के पास अधिकतम 75 स्लॉट बुकिंग होती है, जिसके चलते फिलहाल 1650 एक दिन में स्लॉट बुक हो जाएंगे। सम्पदा पोर्टल पर स्लॉट बुकिंग के बाद ही दस्तावेजों का पंजीयन होता है। श्री मोरे के मुताबिक जिला मूल्यांकन समिति से पिछले दिनों प्रस्तावित गाइडलाइन और उसमें किए गए परिवर्तन भोपाल भिजवा दिए थे। कल केन्द्रीय मूल्यांकन समिति भोपाल ने भी इस प्रस्तावित गाइडलाइन को मंजूरी दे दी है। लिहाजा 1 अप्रैल से यह नई गाइडलाइन लागू हो जाएगी। बीते 6 वर्षों से इंदौर की गाइडलाइन में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। मगर अब आगामी वित्त वर्ष में 745 क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर 10 से 25 फीसदी तक गाइडलाइन में इजाफा हो जाएगा। यानी इन क्षेत्रों में अधिक स्टाम्प ड्यूटी रजिस्ट्री करवाने वालों को चुकाना पड़ेगी। वहीं जो नई कालोनियां, टाउनशिप, बिल्डिंगें अस्तित्व में आई, उनमें भी भी पहली बार गाइडलाइन की दरें तय की गई हैं। ऐसी लगभग 22 नई कालोनियां जो कि बाल्याखेड़ी, रंगवासा, राऊ, झलारिया, हिंगोनिया, भिचौली मर्दाना, बदीपुरा, बेटमा, आगरा, जुनान्दा जाखिया, राऊखेड़ी, महू गांव व अन्य क्षेत्रों में विकसित हुई है। वहीं दूसरी तरफ इंदौर विकास प्राधिकरण ने जहां योजना 140, सुपर कॉरिडोर सहित अपनी अन्य योजनाओं में गाइडलाइन बढ़ाने के प्रस्ताव सौंपे थे उन्हें भी मंजूर कर लिया है, तो दूसरी तरफ हाउसिंग बोर्ड ने गाइडलाइन यथावत रखने की मांग की थी, उसे भी स्वीकार कर लिया है। अब बचे 7 दिनों में भी 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की आमदनी होगी। यानी इस बार इंदौर जिले से 1700 करोड़ रुपए से अधिक की आमदनी पंजीयन विभाग कर लेगा, जो कि एक नया रिकॉर्ड होगा। फिलहाल बड़ी संख्या में रजिस्ट्रियां हो रही है और पंजीयन कार्यालय में भीड़ लगी है।
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