– रक्षा क्षेत्र में एमएसएमई के लिए उद्यमिता के अवसर विषय पर कार्यशाला संपन्न
इंदौर। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यममंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा है कि एमएसएमई और टेक्नोलॉजी के समन्वय से हम प्रदेश को उद्योग के क्षेत्र में नई सौगातें दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि उद्यमिता, वित्त और प्रौद्योगिकी के समन्वय से तैयार हो रही त्रिमूर्ति मध्य प्रदेश को ना केवल आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि मध्यप्रदेश में एक भी बेरोजगार नहीं बचेगा।
मंत्री सकलेचा रक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा शुक्रवार को इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित रक्षा क्षेत्र में एमएसएमई के लिए उद्यमिता के अवसर विषय पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी, डीआरडीओ के सचिव डॉ. जी.सतीश रेड्डी, सचिव एवं उद्योग आयुक्त पी. नरहरि, मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम, भोपाल के प्रबंध संचालक व्ही गढ़पाले सहित अन्य विभागीय अधिकारी, निवेशक एवं एमएसएमई से संबंधित उद्यमी उपस्थित रहे। कार्यशाला में डीआरडीओ द्वारा विकसित तकनीकों पर आधारित उत्पादों के विकास एवं नवीन व्यवसाय के अवसर हेतु स्थानीय एमएसएमई ईकाईयों के सहयोग एवं तकनीक के स्थानांतरण आदि विषयों पर चर्चा की गई।
प्रदेश में बनाया जाएगा मानव संसाधन प्रशिक्षण क्लस्टर
मंत्री सकलेचा ने कहा कि प्रदेश में क्लस्टर के माध्यम से उद्योगपतियों को भूमि प्रदान की जा रही है, इससे प्रदेश में उद्योगों को एक नई गति मिल रही है। उन्होंने डीआरडीओ के सचिव डॉ. जी.सतीश रेड्डी से डीआरडीओ की विभिन्न लैब के माध्यम से मध्यप्रदेश के उद्यमियों को आवश्यक सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के उद्योग जगत को एक नई तेजी प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में जो भी कम्पोनेंट हम आयात कर रहे हैं उनकी जानकारी मध्यप्रदेश के उद्यमियों को दी जाए जिससे वे जान पाएं कि किन-किन क्षेत्रों में वे कार्य करके रक्षा क्षेत्र में आयात की जगह निर्यात को बढ़ावा दे पाएंगे। सकलेचा ने बताया कि मानव संसाधन प्रशिक्षण के लिए क्लस्टर बनाने हेतु राज्य शासन द्वारा केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी और नवाचार के समन्वय से हम एक नए दौड़ की शुरुआत कर सकते हैं जिससे प्रदेश का उद्योग जगत नई ऊंचाईयों छू सकेगा।
रक्षा क्षेत्र में इंदौर के उद्यमी योगदान देने के लिए पूरी तरह तैयारः लालवानी
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नेतृत्व में एमएसएमई को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए इंडस्ट्रीज के नियम एवं नीतियों को सुगम और सरल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के उद्योग जगत में जो परिवर्तन की लहर आई है इससे यह तय है कि इंदौर जिस तरह स्वच्छता के क्षेत्र में सबसे आगे था उसी तरह एमएसएमई के क्षेत्र में भी इंदौर अनुकरणीय कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग में स्वदेशी कम्पोनेंट को बढ़ावा देने के लिए इंदौर पूरी तरह से तैयार है।
सचिव एवं उद्योग आयुक्त पी. नरहरि ने कहा कि जहां अनेक प्रकार के उद्योग स्थापित होते हैं वहां कभी दरिद्रता नहीं पनपती। उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से वर्तमान में मध्यप्रदेश में एमएसएमई की क्या स्थिति है और विभाग द्वारा किन गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है तथा एमएसएमई में भविष्य में किन-किन क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं आदि विषयों पर चर्चा की। उन्होंने एमएसएमई विकास नीति 2021 के महत्वपूर्ण प्रावधानों के बारे में भी जरूरी जानकारी दी। (एजेंसी, हि.स.)
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