- 15 दलों से मिलकर बनाया तीसरा मोर्चा
भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की सियासत में तीसरे मोर्चे की एंट्री हो गई है। 15 दलों से मिलकर बने ‘अपनी सरकार बनाओ-संविधान बचाओ मोर्चा’ ने प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। इससे सत्ताधारी पार्टी भाजपा और कांग्रेस की मुसीबत बढ़ सकती है। दरअसल, करीब 15 दलों ने मिलकर ‘अपनी सरकार बनाओ-संविधान बचाओ मोर्चा’ बनाया है। खास बात ये है कि इसमें कांग्रेस और भाजपा को एंट्री नहीं है। भोपाल के गांधी भवन में बुधवार को बड़ी बैठक हुई। हालांकि इस बैठक में 8 दल के नेता ही मौजूद रहे। बैठक में प्रदेश में होने वाले आगामी चुनाव को लेकर चर्चा हुई।
प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लडऩे का दावा
अपनी सरकार बनाओ -संविधान बचाओ मोर्चा ने प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लडऩे का दावा किया है। हालांकि नए मोर्चे का अधिक फोकस आदिवासी बाहुल्य 80 सीटों पर रहेगा। आदिवासी क्षेत्रों में तीसरा मोर्चा अधिक ध्यान देगा।
ये दल आए एक साथ
नए मोर्चे में परिवर्तन पार्टी ऑफ इंडिया, इंकलाब विकास दल, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन, भारतीय गोंडवाना पार्टी, जन विकास पार्टी और आदिवासी संगठन जयस शामिल है। बता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले प्रदेश की राजनीति में हलचल देखी जा रही है। भाजपा और कांग्रेस को तोडऩे के लिए 15 दलों ने मिलकर तीसरा मोर्चा बनाया है।