उज्जैन। रबी वर्ष 2022 के लिए समर्थन मूल्य पर गेहँू की खरीदी 28 मार्च से चल रही है लेकिन इस बार खरीदी में किए गए बदलाव से किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसमें स्लाट बुकिंग से लेकर बिल बनाने में किसानों को दिक्कत हो रही है।
जवासिया कुमार के किसान अजय पटेल ने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने पर किसानों को स्लॉट बुक करने के लिए अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है उसके बाद स्लॉट को बुक किया जा सकता है लेकिन समय पर ओटीपी नहीं आता है और आधे से अधिक समय एरर बताता है और ऐसे कई किसान है जिन के मोबाइल नंबर या तो बंद हो चुके हैं या पंजीयन पर गलत अंकित हुए हैं उन किसानों को काफी समस्या हो रही है। ओटीपी और गलत मोबाइल नंबर का समाधान बायोमेट्रिक द्वारा स्लॉट बुकिंग चालू कर किया जा सकता है। इसके अलावा बिल बनाने में चल रही समस्या के कारण किसानों के बिल बनाने में बायोमेट्रिक अंगूठा लगाने के बाद किसानों के बिल बन रहे हैं। ऐसे में बुजुर्ग, बीमार किसान जिनके नाम से पंजीयन है, उन सभी को संबंधित खरीदी केंद्र पर आना पड़ रहा है और घंटों इंतजार करने के बाद बिल बन रहे है। क्योंकि कभी-कभी बायोमेट्रिक में भी फिंगरप्रिंट डिवाइस काम नहीं करता जबकि आधार से वन टाइम पासवर्ड द्वारा आसानी से बिल बन सकता है लेकिन अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं देने के कारण काफी किसान गेहूं तोलने के पश्चात बिल बनाने के लिए अपने वृद्ध माता-पिता बीमार दुखी को ले जाकर बायोमेट्रिक करवाने के बाद बिल बनवा रहे हैं जिससे काफी समस्या हो रही है।
Share: