उज्जैन। रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म और चलती ट्रेनों में चोरी की घटनाएँ बढ़ गई है। आंकड़ों पर नजर डाले तो साल 2024 में 1 करोड़ 98 लाख 17 हजार 935 का माल चोरी जा चुका हैं, और जब्ती केवल 41 लाख 65 हजार 233 रुपए के सामान की हो सकी है।
300 मोबाइल जब्त किए
उज्जैन जीआरपी पुलिस के मुताबिक बीते 12 महीने के अंदर बदमाशों द्वारा ट्रेन में करीब 700 मोबाइल चोरी किए जा चुके थे। जिनकी कीमत 25 लाख रुपए से ज्यादा हैं। राहत की बात यह है कि इसमें से करीब 300 मोबाइल जीआरपी पुलिस ने ढूंढ भी निकाले हैं। मामले में जीआरपी थाना प्रभारी सोहनलाल पाटीदार ने बताया कि उज्जैन जीआरपी क्षेत्र में हर माह औसत 20-30 मोबाइल गुम होते हैं, पिछले 12 माह में जितने भी मोबाइल गुम हुए थे। उनको सर्विलांस पर लगाकर तलाश करने के लिए एक टीम गठित की गई है, अभी तक लगभग 300 मोबाइल ट्रेस कर लिए गए हैं। ट्रेस किए गए मोबाइलों को उनके मालिकों को भी लौटाया जा चुका हैं। शेष मोबाइल भी ट्रेस किए जा रहे हैं।
इन ट्रेनों में सबसे ज्यादा चोरी
उज्जैन रेलवे क्षेत्र से निकलने वाली वे चार अलग-अलग ट्रेनें, जिनमें इस साल सबसे ज्यादा चोरी की घटनाएँ सामने आई हैं। यानि चोरों की सबसे ज्यादा नजर मालवा, इंदौर बिलासपुर, ओवर नाईट और इंदौर भोपाल स्पेशल ट्रेन सहित करीब 15 ट्रेनों पर रहती है। इन ट्रेनों के आवागमन करने के दौरान उन्हें जब भी मौका मिलता है, इनमें विंडो पर या गेट पर खड़े यात्रियों का मोबाइल, बेग आदि छीनकर भाग जाते हैं। जीआरपी थाने के प्रभारी सोहनलाल पाटीदार ने बताया कि यदि यात्री थोड़े चौकन्ने हो जाएँ तो चोरी की घटनाओं में खासी कमी आ सकती है। वहीं अधिकांश चोरियों में इंदौर और भोपाल के चोर पकड़ में आए हैं जिनके पहले भी कई अपराधिक रिकॉर्ड रह चुके हैं।
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