इंदौर न्यूज़ (Indore News)

आंख का ऑपरेशन करवाना था, जांच करवाई तो कोरोना पॉजिटिव हो गई

कोई लक्षण नहीं, फिर भी 23 जुलाई से भर्ती है अस्पताल में
इन्दौर। एक वृद्ध महिला को अपनी आंख का ऑपरेशन करवाना था। डॉक्टरों ने कहा कि पहले कोरोना का टेस्ट करवा लो, उसके बाद ही ऑपरेशन करेंगे। महिला को कोई परेशानी भी नहीं थी, लेकिन जब निजी लैब में कोरोना टेस्ट करवाया तो वे पॉजिटिव निकली। अब तब से ही वे इंडेक्स अस्पताल में एडमिट हैं और घर वाले परेशान।
महिला की उम्र 66 साल हैं। उक्त महिला के परिजनों का कहना है कि वे न तो कहीं आती-जाती थी और न ही किसी से मिलती थी। चूंकि उन्हें आंखों में परेशानी थी तो उनके परिजनों ने उनका ऑपरेशन करवाने के कोशिश की। आंखों के डॉक्टर ने कहा कि पहले इनकी कोरोना जांच करवा लो, उसके बाद ही ऑपरेशन करेंगे। इसके बाद 14 जुलाई को निजी लैब में जांच करवाई तो वे पॉजिटिव आ गई। इस परिजन चौंक गए, क्योंकि न तो उन्हें कोई लक्षण थे और न ही परिवार में किसी प्रकार की कोई परेशानी थी, फिर उनके पाजिटिव आने के बाद उन्हें इंडेक्स अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया, जब से घर के लोग परेशान हैं। परिजनों का कहना है कि उनकी बात हुई थी तो मालूम पड़ा कि 31 जुलाई को उनकी कोरोना जांच हुई और उसके बाद 4 अगस्त को कोरोना की फिर से जांच करवाई गई, लेकिन 6 दिन बीत जाने के बाद उनकी रिपोर्ट नहीं आई, जबकि उन्हें कोई लक्षण भी नहीं है। परिजन एक तो उनकी उम्र को लेकर परेशान हैं और वे अस्पताल में घबरा भी रही हैं, लेकिन अस्पताल की ओर से उन्हें ठीक से कोई जवाब भी नहीं मिल पा रहा है। परिजनों का कहना है कि अगर उन्हें कोई लक्षण नहीं है तो उन्हें होम आइसोलेट कर दिया जाए, क्योंकि इस उम्र में उनकी देखभाल घर में ही अच्छी हो सकती है।

Share:

Next Post

हॉस्पिटल का कचरा मिला लिटरबिन में, लगाया जुर्माना

Mon Aug 10 , 2020
इंदौर। नगर निगम ने शहर में लीटरबिन सामान्य कचरे के साथ मास्क, सेनेटाइजर की बोतल, ग्लब्स नागरिकों द्वारा डालने के लिए लगाई गई है, लेकिन इसमें व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा भी अपना कचरा डाल दिया जाता है। अभी एक निजी हॉस्पिटल आरोग्य ने अपना मेडिकल वेस्ट लीटरबिन में ही डाल दिया, जिसके चलते हॉस्पिटल प्रबंधक पर […]