आचंलिक

बाढ़ पीडि़तों की जिंदगी बचाकर चुनौती के साथ मदद करना

सिरोंज। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गणेश की स्थापना करके अपनी जनता के बीच आया हूँ और गणेश के बाद जनता ही भगवान है और हिनोतिया तथा गुजरखेड़ी आकर जनता की पूजा कर रहा हूं। मुख्यमंत्री बुधवार को जिले के बाढ़ प्रभवितों से उनकी व्यथा जानने के बाद संवाद कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आप यदि परेशान हैं तो मैं चैन से कैसे बैठ सकता हूं। केवल हिनोतिया व गूजरखेड़ी ही नहीं विदिशा जिले के 1336 गांव के 27639 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और मैं अपनी जनता को इस संकट से निकालकर ले जाऊंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मिट्टी के ढेर रह गए मकानों को देखा है, गृहस्थी भी डूब गई और मवेशियों के अलावा फसलें भी पूरी बर्बाद हो गई है। उन्होंने कहा कि फसलों के लिए आर बी सी 6-4 के अलावा प्रधानमंत्री फसल बीमा की राशि से भी भरपाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके पास रहने के लिये घर ही नहीं बचा है उन्हें घर बनने तक अस्थायी आश्रय स्थलों में रखा जाएगा। जिससे वे अपने बच्चों का पालन पोषण कर सके। श्री चौहान ने कहा कि गाय भैंस, बकरी आदि मवेशियों के लिए भी मुआवजा दिया जाएगा।



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाढ़ से जिंदगी बचाने की चुनोती के बाद अब सब पीडि़तों को हर संभव मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिंदगी पटरी पर आ जाये फिर सड़क और पुल पुलियों के काम भी किये जायेंगे।
विदिशा जिले में बाढ़ से हुई क्षति के अब तक के आकलन के आधार पर तत्काल 11 करोड़ 3 लाख 15 हजार रुपए प्रभावितों के खातों में ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित खाईखेड़ा पंचायत के ग्राम पंचायत का गांव गजरखेड़ी में पहुंचकर पीडि़तों का ढांढस ही नहीं बंधाया बल्कि उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में उन्हें अकेला नहीं रहने दिया जाएगा। शासन प्रशासन उनकी हर संभव मदद के लिए मदद करेगा। यहां उन्होंने ग्राम के श्री लालाराम सहित अन्य के घर में पहुंचकर बाढ़ की त्रासदी का विहंगम दृश्य ही देखा बल्कि कंधों पर हाथ रखते हुए उन्हें पूर्ण आश्वस्त कराया कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में उन्हें परेशान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले पेयजल स्रोत साफ-सफाई के कार्य किए जाएंगे। इसके पश्चात राहत राशि का वितरण, द्वितीय फेस में निर्माण कार्य को मूर्त रूप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने गूजरखेड़ी गांव में पहुंचकर बाढ़ पीडि़तों की व्यथा को सुना ही नहीं बल्कि उन्हें पूर्ण आश्वस्त कराया कि जब तक उनके आवास बन नहीं जाते हैं तब तक रूकने की व्यवस्था एवं भोजन के इंतजाम कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री के साथ सांसद राजबहादुरसिंह, विधायक हरिसिंह सप्रे, विधायक श्रीमती राजश्रीसिंह, पूर्व मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा, जनपद अध्यक्ष वीरसिंह रघुवंशी, भोपाल संभाग आयुक्त गुलशन बामरा, आईजी इरशाद अली, कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला के अलावा बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्याम सुन्दर शर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तोरणसिंह दांगी, डॉ राकेश जादौन, कैलाश रघुवंशी मौजूद थे।

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