उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

इधर आमरण अनशन उधर मिल के मकानों की तुड़ाई शुुरु

  • पहले खाली हो चुके चाल के 25 मकानों को हटाया जा रहा-जेसीबी, पुलिस बल के साथ सुबह से पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी-कल से आमरण अनशन पर बैठे थे मिल परिसर के रहवासी

उज्जैन। बिनोद बिमल मिल की जमीन से मकान हटाने की कार्रवाई जिला प्रशासन ने आज सुबह शुरू कर दी। अधिकारियों के मुताबिक आज सबसे पहले उन 25 मकानों को हटाया जाएगा जो खाली हो चुके हैं। बाकी के मकानों को भी हटाने की कार्रवाई की जाएगी। विरोध में कल रहवासी आमरण अनशन पर भी बैठ गए थे। आज भी अनशन जारी है। इस बीच मिल परिसर में रहने वाले लोगों को वैकल्पिक स्थान भी देने की बातचीत चल रही है। बिनोद बिमल मिल परिसर की पूरी भूमि बिक चुकी है और प्रशासन को इसे खाली कराना है। यहां करीब 175 परिवार है जो यहां पर 70 से 75 वर्ष से निवास कर रहे हैं। इन सभी की मांग थी कि हमें हटाने से पहले वैकल्पिक स्थान दिया जाए। इन्हीं मांगों को लेकर मिल रहवासी संघ के सदस्यों ने नेताओं के घर प्रदर्शन किया और थक हार कर कल सभी आमरण अनशन पर बैठ गए थे। आज सुबह भी एक रहवासी नरेन्द्र विश्वकर्मा स्मार्ट सड़क पर अनशन जारी किए था। इसी बीच कल रात्रि में एडीएम संतोष टैगोर ने पुलिस के साथ विनोद मिल परिसर में मार्च पास्ट किया और प्रवासी संघ के नेताओं से बातचीत भी क। रहवासी संघ के राकेश यादव और पार्षद रवि राय से बातचीत की गई। प्रशासन ने प्रस्ताव रखा कि मिल परिसर में रहने वाले रहवासियों को वैकल्पिक रूप में प्रशासन एलाइजी ईडब्ल्यूएस फाइनेंस करा देगा। इस प्रस्ताव पर लगभग सहमति बन चुकी है और अब मिल परिसर में रहने वाले लोग अपने मकान खाली करने लग गए हैं। एसडीएम कल्याणी पांडे ने बताया आज सुबह सबसे पहले जो खाली 25 मकान में उन्हें हटाया जाएगा। इसके बाद जैसे-जैसे मकान खाली होते जाएंगे उन्हें हटाने की कार्रवाई की जाएगी। कल रात्रि से ही सामाजिक न्याय परिसर आगर रोड में नगर निगम ने जेसीबी, डंपर और अतिक्रमण हटाने के अन्य संसाधन खड़े कर दिए थे। इसके बाद आज सुबह से ही यहां कार्रवाई से पहले प्रशासनिक अधिकारी संसाधनों और पुलिस बल के साथ पहुंच गए थे। सुबह 10 बजे के बाद यहां शुरूआती कार्रवाई में चिह्नित खाली 25 मकानों पर जेसीबी व हथौड़े चलाना शुरू कर दिए थे। अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई देर शाम तक चल सकती है।



5 जेसीबी, 100 जवान और 1 दमकल पहुंची
बिनोद मिल की चाल से मकान तोडऩे की कार्रवाई हालांकि सुबह 10 बजे बाद शुरू हुई लेकिन इससे पहले ही जिला प्रशासन के अधिकारी 5 जेसीबी, फायर ब्रिगेड की 1 दमकल के अलावा डंपर और ट्रैक्टर ट्रॉली आदि लेकर पहुंच गए थे। कार्रवाई से पहले अधिकारियों ने यहां क्षेत्र में कार्रवाई की जद में आ रहे मकानों को घूमकर देखा। इस दौरान बिनोद मिल की चाल में लगे जामफल के पेड़ों से फल तोड़े तथा उनका स्वाद लिया। उक्त संसाधनों के अलावा करीब 100 जवानों के साथ पुलिस विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।

इधर कार्रवाई, उधर मकान करते रहे खाली
बिनोद मिल की चाल से चिह्नित मकानों को तोडऩे की कार्रवाई की तैयारियां अधिकारियों ने सुबह 9 बजे से करना शुरू कर दिया था। इधर कार्रवाई की जद में आ रहे मकानों के रहवासियों ने कल शाम से लेकर देर रात तक अपना सामान यहां से हटाना शुरू कर दिया था। कई घर मालिक आज सुबह भी क्षेत्र में लोडिंग वाहनों पर अपने घर का सामान लादकर ले जाते नजर आ रहे थे।

आज करीब डेढ़ सौ से अधिक मकान हटा दिए जाएँगे
बिनोद मिल की चाल में आज सुबह जब यहां के चिह्नित मकानों को तोडऩे की कार्रवाई शुरू हुई तो सबसे पहले जेसीबी का पंजा यहां के रहवासी ताराचंद गरवाल के मकान पर चला। देखते ही देखते कुछ ही देर में वर्षों पुराना यह मकान मलबे के ढेर में बदल गया। इसके बाद इसके आगे बने मकानों को एक-एक कर तोडऩे की कार्रवाई चल रही थी। इधर जिन लोगों के सालों पुराने आशियानों पर जेसीबी चल रही थी वे दूर खड़े निराश भाव से यह मंजर देख रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले इस पंक्ति के 25 से 35 मकान तोड़े जाएंगे उसके बाद शेष 105 मकानों को भी आज ही कार्रवाई कर ढहा दिया जाएगा।

प्रभावितों ने नेताओं के यहाँ लगाई गुहार लेकिन राहत नहीं मिली
कार्रवाई से निराश बिनोद मिल की चाल के रहवासियों ने बताया कि उन्हें बगैर कहीं और बसाए आज उनके मकान तोड़े जा रहे हैं। सुबह से मोहलत के लिए जनप्रतिनिधियों को कई रहवासी फोन भी लगा रहे हैं। पीडि़तों का कहना है कि हमारे द्वारा सत्ता पक्ष के नेताओं को फोन लगाया जा रहा है लेकिन कोई नहीं उठा रहा है। बताया जा रहा है कि रहवासियों ने बताया कि कई लोगों को किराए के मकान भी नहीं मिल रहे हैं। मजबूरी में सामान उठाकर सड़क पर रखना पड़ रहा है। वैसे एक माह पूर्व ही यहां के रहवासियों को प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिया था। इसके बावजूद भी लोगों ने मकान खाली नहीं किए। आज कार्रवाई शुरू हुई तो सामान समेटा जा रहा था।

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