इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी और प्रदेश का सबसे बड़ा शहर लव जिहाद का गढ़ बनता जा रहा है। इंदौर में बढ़ रहे लव जिहाद के मामले शहर की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। कारण है यहां लगभग 5 लाख से अधिक बच्चे अन्य शहरों, गांवों और प्रदेशों से पढ़ाई के लिए आए हुए हैं। इनमें लगभग आधी लड़कियां हैं। ऐसे में अब इनके परिजनों को इन्हें लेकर चिंता सताने लगी है। आने वाले समय में इसका खामियाजा शहर को भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि बाहरी विद्यार्थियों का शहर की अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ता है। बात करें आंकड़ों की तो पिछले दो माह में ही दर्जनभर से अधिक मामले इंदौर में सामने आ चुके हैं, जिनमें लड़कियों को शिकार बनाया गया है। देखने में आ रहा है कि जानबूझकर, सोची-समझी साजिश के तहत एक संगठित गिरोह बनाकर हिंदू युवतियों को निशाना बनाया जा रहा है।
इंदौर में हुए प्रमुख मामले कोच बन किए घिनौने काम
शूटिंग कोच मोहसिन और उसके साथी इमरान और फैजान मिलकर एक सुनियोजित तरीके से हिंदू लड़कियों को अपना निशाना बनाते थे। यह गिरोह एक शूटिंग एकेडमी की आड़ में अपने घिनौने मकसद को अंजाम देता था। जांच के दौरान पुलिस को कई चौंकाने वाले सबूत मिले हैं। फिलहाल पुलिस आरोपियों के मोबाइल और सोशल मीडिया अकाउंट की जांच कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि इस पूरे नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।
अशरफ ने आशु बन की दोस्ती
23 वर्षीय युवती की हैलो ऐप के माध्यम से आरोपी अशरफ मंसूरी (24) से दोस्ती हुई थी। आरोपी ने अपना नाम आशु बताया और कहा कि वो हिंदू है। बाद में युवक की असलियत सामने आ गई। इस बीच आरोपी ने शादी का झांसा देकर पीडि़ता के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। उस पर धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बनाया।
मुंबई के कव्वाल ने दिया धोखा
सदर बाजार थाने में मुंबई के कव्वाल नौशाद अली के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी और जबरन धर्म परिवर्तन का मामला दर्ज हुआ। वह अमन बनकर साल 2013 से महिला के संपर्क में था। साल 2018 में महिला को आधार कार्ड से पहली बार पता चला कि वह मुस्लिम है। महिला ने आपत्ति की तो आरोपी शादी करने के लिए धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा।
पेशेवर बन टारगेट कर रहे युवतियां
पिछले कुछ महीनों में सामने आए मामलों में देखा गया है कि लव जिहाद के जो आरोपी पकड़ाए हैं, वे जिम ट्रेनर, डांस टीचर, योगा टीचर और स्पोट्र्स टीचर हैं। यानी जिन क्षेत्रों में युवतियों और महिलाओं की अच्छी संख्या और रुचि होती है, लव जिहाद करने वाले एक सोची-समझी साजिश के तहत इन पेशों में पहले खुद को परफेक्ट बनाते हैं, फिर इनके संपर्क में आते हैं। यहां वे उन्हीं युवतियों, महिलाओं को टारगेट करते हैं, जो मध्यम वर्ग से हैं या घर से थोडी परेशान हैं।
समाज की अस्वीकार्यता बन रही हथियार
इंदौर व प्रदेश के अन्य शहरों में हालिया हुए घटनाक्रमों पर नजर डालें तो पीडि़त युवतियों ने बताया है कि मुस्लिम युवक द्वारा शोषण या धर्म बदलकर शारीरिक संबंध बनाने की बात जब समाज और परिवार को पता चलती है तो वह युवतियों को स्वीकार नहीं करते। जिहादी इसे अपना हथियार बनाकर युवतियों का और शोषण करते हैं, लेकिन जब अति हो जाती है, तब युवतियां हिंदू संगठनों और पुलिस की मदद लेकर आरोपियों के चंगुल से निकलती हैं।
पहले भाई बना, फिर पति
28 साल की युवती की शिकायत पर महू पुलिस ने संजय खान और परिवार पर दुष्कर्म, धर्म परिवर्तन सहित आधा दर्जन से ज्यादा धाराओं में केस दर्ज किया था। पीडि़ता ने शिकायत में बताया कि वह 2013 में राऊ स्थित एक निजी कंपनी में काम करती थी। वहीं पर उसकी मुलाकात संजय से हुई थी। तब उसने अपना पूरा नाम संजय कुमावत बताया था। वह मुझे बहन कहकर पुकारता था। कोल्ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर मेरे बेसुध होने पर दुष्कर्म किया। बाद में मंदसौर, कोटा और भवानी मंडी जैसे अलग-अलग स्थानों पर रखा। पीडि़ता ने शिकायत में कहा कि शादी के बाद उसे रोजाना कलमा पढ़वाया जाता था। जबरन गोमांस खिलाया जाता था। जंजीरों से बांधकर कमरे में बंद रखा गया।
कॉल सेंटर पर पांच से ज्यादा मामले
शहर के पूर्वी क्षेत्र के एक निजी कॉल सेंटर में काम करने वाली पांच से ज्यादा युवतियों के शारीरिक शोषण की जानकारी सामने आई। यहां फरहान और हन्नेन खान को पकड़ा तो उनसे कई चौंकाने वाले राजफाश हुए। आरोपी हन्नेन खान भोपाल का निवासी है। वह पिछले कुछ समय से इंदौर में रहकर हन्नेन टेलीपरफार्मेंस कंपनी चला रहा था। उसने हिंदू युवती को अपना नाम आयुष पटेल बताकर झांसे में लिया। पुलिस ने हन्नेन के फोन की जांच की तो कई हिंदू युवतियों से चैटिंग मिली। इसी तरह आरोपित फरहान ने हिंदू युवती को हिंदू नाम बताकर झांसे में लिया था। युवती को सच्चाई का पता चला तो विजय नगर थाने में उसके विरुद्ध मप्र धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम (लव जिहाद) की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई।
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