इंदौर न्यूज़ (Indore News)

INDORE : दफ्तर बंद कर भागे रुपए दोगुना करने वाले

 


कई लोगों को लगाया चूना, शाजापुर के दो युवक हुए फरार, झांकी-मडंप दिखाकर लेते थे झांसे में
इंदौर।  फिर हेराफेरी फिल्म (Hera Pheri Film) की तर्ज पर रुपया दोगुना करने के नाम पर एक आइसक्रीम व्यापारी (Ice Cream Merchant) साथ ठगी हुई। ठगाए लोगों की लिस्ट में यह व्यापारी ही नहीं है, इसकी लिस्ट आने वालों दिनों में लंबी होने वाली है। जब दोगुना रुपया लेने का वक्त आया तो व्यापारी बांबे अस्पताल ( Bombay Hospital) के पास दफ्तर में पहुंचा, लेकिन स्टाफ को उनके हाल पर छोडक़र डायरेक्टर ( Director) गायब हो चुके थे। लुटाया व्यापारी किस्मत को दोष देते हुए कई दिनों तक डायरेक्टरों की तलाश करता रहा, लेकिन रोज उसे निराशा ही मिली। अब वह पुलिस के पास पहुंचा है।
हातोद ( Hatod) के सिकंदरी गांव (Sikandri Village)  के रहने वाले सुरेश चौकसे का इंदौर में आइसक्रीम का काम था। उसके साथ गठी की गई। सुरेश का कहना है कि इन ठगोरों से ठगाए चार लोग तो उसके संपर्क में हैं, न जाने इन लोगों ने कितनों को ठगा होगा। सुरेश ने बताया कि करीब आठ साल पहले मधुसिंह मकवाना और देवेंद्रसिंह चौहान दोनों निवासी मक्सी (शाजापुर) उसे इंदौर में मिले और कहने लगे कि उनके पास एक स्कीम है, जिसमें पांच साल में रुपया दोगुना हो जाता है। दोनों ठगोरे सुरेश को बांबे अस्पताल के पास स्थित दफ्तर भी लेकर गए। दफ्तर रिलायबल मेघा प्रोजक्ट के नाम से था। दफ्तर आलीशान बना हुआ था, जिसमें कई युवतियां और कर्मचारी काम करते थे। मधुसिंह ने खुद को डायरेक्टर और देवेंद्र ने खुद को कंपनी का मालिक बताते हुए कहा था कि कई लोगों का रुपया वे दोगुना कर चुके हैं। वे अलग-अलग प्रोजेक्टों में रुपया इन्वेस्ट करते हैं। वहां से मुनाफा आता और फिर इन्वेस्टर को रुपया दोगुना कर देते हैं। सुरेश का कहना है कि उनसे सिक्योरिटी की बात कही तो उन्होंने दस्तावेज दिखाते हुए रजिस्ट्रेशन और सरकार को लाखों रुपए की सिक्योरिटी राशि जमा करने की बात कही। इतना सुनने के बाद सुरेश वहां से यह कहते हुए घर लौटा कि विचार कर रुपए इन्वेस्टमेंट के बारे में बताता हूं। दोनों ठगोरे सुरेश के पीछे ही पड़ गए। उसके घर तक पहुंच गए और बातों में उलझाकर आखिर सुरेश को राजी कर लिया। सुरेश ने करीब पौने पांच लाख रुपए जमा किए। पांच साल होने पर सुरेश दफ्तर पहुंचा तो दोनों डायरेक्टर गायब थे। स्टाफ में काम करने वाली युवतियां और कर्मचारी कुछ दिनों तक तो ठगाए सुरेश को भरोसा दिलाकर लौटा दिया करते थे, लेकिन अंत में वहां के कर्मचारियों को भी एहसास हो गया कि दोनों हमें फंसाकर भाग निकले तो उन्होंने भी दफ्तर जाना बंद कर दिया। धीरे-धीरे दफ्तर बंद हो गया तो सुरेश की चिंता बढऩे लगी। वह दोनों के मक्सी स्थित घर पहुंचा तो वे वहां भी नहीं मिले। एक ठग के बूढ़े माता-पिता मिलते, जो कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात कहते। सुरेश आखिर में पुलिस के पास पहुंचा और दोनों ठगों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज करवाया। फिलहाल पुलिस ठगोरों की तलाश करने की बात कह रही है।


एफआईआर की जानकारी के बाद लोग शिकायतें लेकर पहुंचेंगे
सुरेश ने बताया कि उसके पास ठगाए लोगों के फोन आए थे। वे भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सबसे पहले पुलिस (Police) ने सुरेश की सुनवाई की है। अब देखना है कि सुरेश की सुनवाई होने के बाद कितने लोग पुलिस के पास एफआईआर दर्ज करवाने के लिए जाते हैं। उधर हातोद पुलिस की टीम जल्द ही दोनों ठगोरों को गिरफ्तार करने की बात कह रही है।

Share:

Next Post

INDORE : आज मात्र 9 केन्द्रों पर 3750 डोज ही लग पाएंगे, देर रात या कल सुबह तक भोपाल से वैक्सीन मिलने की संभावना

Fri Jun 11 , 2021
वैक्सीन का सूपड़ा साफ, एक-एक डोज बटोरकर लगा डाले इन्दौर।  कल से ही इंदौर में वैक्सीन (Vaccine) का टोटा हो गया, जिसके चलते कई केन्द्रों पर जल्द ही वैक्सीन (Vaccine) खत्म हो गई और मात्र 25503 लोगों को ही डोज लगाए जा सके, जबकि उसके पहले रोजाना 70-80 हजार तक वैक्सीन लग रही थी। वैक्सीन […]