इंदौर। 6 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर (Priority Corridor) पर मेट्रो (Metro) के संचालन का फायदा एक यह भी हुआ कि अब उसके बचे हुए रुट (Route) पर काम तेजी से पूरा करने का दबाव मेट्रो कॉर्पोरेशन पर आ गया है और जो जनप्रतिनिधि अभी तक अंडरग्राउंड रूट (underground route) को लेकर विरोध कर रहे थे, उन्हें भी अब चुप बैठना पड़ेगा, क्योंकि उन्हीं के कारण लगभग सालभर अंडरग्राउंड का काम पिछड़ गया है। जबकि मेट्रो कॉर्पोरेशन ने कुछ समय पूर्व ही २१९१ करोड़ में निजी कम्पनी को इसका ठेका सौंप दिया है। अभी एयरपोर्ट की तरफ से कम्पनी ने काम की तैयारी शुरू की है, तो अब एमजी रोड पर भी निशान लगाए जा रहे हैं। आज सुबह मेट्रो के अधिकारी रीगल तिराहा पहुंचे और वहीं स्थित रानी सराय पुलिस मुख्यालय का भी अवलोकन किया। मेट्रो के लिए रानी सराय की जमीन भी ली जा रही है, जहां पर स्टेशन बनेगा।
अभी ३१ मई को प्रधानमंत्री ने इंदौर मेट्रो के यात्री संचालन का वर्चुअली लोकार्पण किया और जो नेता मेट्रो के रुट को लेकर विरोध करते रहे वे इस लोकार्पण समारोह में सबसे अधिक सक्रिय नजर आए और जोर-शोर से मेट्रो का श्रेय लेने में भी जुटे रहे। बड़ी संख्या में पहले दिन महिलाओं को भी यात्रा कराई गई। उसके साथ ही इस बात का भी दबाव बढ़ा कि एलिवेटेड के साथ-साथ अंडरग्राउंड रूट पर भी काम शुरू किया जाए। दरअसल, मेट्रो कॉर्पोरेशन ने केन्द्र सरकार की मंजूरी के साथ एमजी रोड से मेट्रो को अंडरग्राउंड करने की योजना बनाई और हाईकोर्ट परिसर की जगह भी ली जा रही है, जहां से अंडरग्राउंड का काम शुरू होगा और उसके बाद रानी सराय, रीगल पर मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन बनना है। वहां से राजवाड़ा, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर होते हुए एयरपोर्ट तक लगभग ९ किलोमीटर का अंडरग्राउंड रूट रहेगा। आज सुबह मेट्रो के अधिकारियों ने एमरी रोड का भ्रमण किया। रीगल तिराहा, रानी सराय भी पहुंचे और निशान भी लगवाए जा रहे हैं, वहीं इसके पूर्व एयरपोर्ट की तरफ भी बैरिकेडिंग करते हुए अंडरग्राउंड रूट का काम शुरू करने की तैयारी की जा रही है, क्योंकि अभी जिस गांधी नगर स्टेशन से मेट्रो का संचालन शुरू किया है उसके आगे से एयरपोर्ट तक अंडरग्राउंड रूट बनना है और यह मांग भी अब तेज हो गई कि जब तक विजय नगर से एयरपोर्ट को नहीं जोड़ा जाएगा तब तक मेट्रो के यात्री संचालन का फायदा नहीं मिलेगा। अभी गांधी नगर से विजय नगर तक के एलिवेटेड कॉरिडोर को इस साल के अंत तक शुरू करने के दावे भी किए गए हैं। उसी के साथ गांधी नगर से एयरपोर्ट के हिस्से को भी तैयार करने का दबाव अब मेट्रो कॉर्पोरेशन पर आ गया है। अंडरग्राउंड रूट में बाधक बनने वाले १२४० पेड़ों को भी हटाया जाएगा। इसके लिए मेट्रो कॉर्पोरेशन ने अभी चार दिन पहले ही १२ लाख ४० हजार रुपए की राशि ऑनलाइन नगर निगम में एक हजार रुपए प्रति पेड़ के हिसाब से जमा करा दी है। निगम का दावा है कि इनमें से अधिकांश पेड़ों को कटवाने की बजाय ट्रांसप्लांट करवाएंगे।
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