मुम्बई । महाराष्ट्र विधान परिषद् (Maharashtra Legislative Council) की दस सीटों (Ten Seats) के द्विवार्षिक चुनाव के लिए (For Biennial Elections) मतदान में (In Voting) सोमवार को दोपहर एक बजे तक 225 विधायकों (225 MLAs) ने अपने वोट डाले (Cast Their Votes) । विधान परिषद् की एक सीट को लेकर सत्तारुढ़ गठबंधन महा विकास अघाड़ी और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी दोनों किसी राजनीतिक चमत्कार की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस सीट पर कांग्रेस के भाई जगताप और भाजपा के प्रसाद लाड दोनों आमने-सामने हैं।
इन दस सीटों पर कुल 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े हैं। इसके लिए राज्य के 288 विधायकों को मतदान करना था, लेकिन एक शिवसेना विधायक रमेश लटके की हाल में मौत हो गई थी, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक जेल में बंद हैं। इन दोनों को वोट देने की बॉम्बे हाईकोर्ट ने अनुमति नहीं दी। इस तरह चुनाव में कुल 285 विधायकों को मतदान करना है। वोटिंग के लिए सभी पार्टियों के विधायक बस से पहुंचे। पार्टी के वरिष्ठ नेता अपने विधायकों पर लगातार पैनी नजर बनाए हुए हैं।
जीत के लिए प्रत्येक पार्षद को 26 या 27 वोट चाहिए और इस गणित के आधार पर अपने 106 विधायकों के दम पर भाजपा चार या पांच सीट पर कब्जा जमा सकती है। भाजपा ने प्रवीण डारेकर, प्रोफेसर राम शिंदे, श्रीकांत भारतीय, उमा खापरे और प्रसाद लाड को चुनावी मैदान में उतारा है। महाविकास अघाड़ी की ओर से शिवसेना ने सचिन अहीर और अमाशा पदवी, राकांपा ने रामराजे नाइक-निम्बल्कर और एकनाथ खडसे और कांग्रेस ने चंद्रकांत हांडोरे और भाई जगताप को खड़ा किया है।
शिवसेना के 55 विधायक और राकांपा के 51 विधायक हैं, जिसके कारण वे दो-दो सीटें हासिल कर सकते हैं। असली मसला कांग्रेस के सामने है, जिसके पास 44 विधायक हैं और उसे दो सीटों के लिए निर्दलीय प्रत्याशियों, छोटी पार्टियों तथा सहयोगी दलों के भरोसे रहना होगा। भाजपा और गठबंधन सरकार दोनों निर्दलीय प्रत्याशियों और छोटी पार्टियों को अपने खेमे में करने में जुटी हैं लेकिन इन्होंने अपने पत्ते अब तक नहीं खोले हैं।
Share: