आचंलिक

बारिश शुरू होते ही मलेरिया ने पसारे पैर

  • एक-एक गांव में मिल रहे 14-15 मरीज, जंगल इलाके के ग्रामीण ज्यादा हो रहे प्रभावित

बालाघाट। घने जंगलों में बसे बालाघाट जिले में बारिश का सीजन शुरू होने के साथ ही मच्छरजनति बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ जाता है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का अमला भी लगातार घर-घर का सर्वेक्षण कर मलेरिया समेत अन्य मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम में जुटी है। बावजूद इसके बैहर क्षेत्र में लगातार मलेरिया का प्रकोप फैलता जा रहा है। हाल ही में बैहर के ग्राम कुर्रेंझोड़ी व लुमोटी गांव में मलेरिया का प्रकोप फैल गया है।मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि ग्राम कुर्रेझोड़ी के ग्रामीण हाल में मजदूरी कर हैदराबाद से लौटे हैं। इसके बाद उन्हें बुखार चढऩे की शिकायत पर जांच की गई तो पता चला कि कुछ ग्रामीण मलेरिया से पीडि़त हैं। इसके बाद पूरे गांव के ग्रामीणों की जांच की गई है और जो लोग मलेरिया पीड़ि़त मिले हैं, उनका उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संभवत: ही यहां के ग्रामीण हैदराबाद में मलेरिया ग्रसित क्षेत्र से आए होंगे। कुर्रेझोड़ी में 15 तो लुमोटी में मिले 14 मरीज : मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मलेरिया के प्रकोप की जानकारी लगते ही स्टाफ के द्वारा गांव में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की गई है जिसमें मलेरिया के दोनों प्रकार से ग्रामीण ग्रसित मिले हैं। इन्हें उचित सलाह देकर उनका उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य शिविर के दौरान ग्राम कुर्रेझोड़ी में 15 व ग्राम लुमोटी में 14 मरीज मिले हैं।


ग्रामीणों की स्वास्थ्य की जांच की जाए
बैहर के ग्राम कुर्रेझोड़ी व लुमोटी में मलेरिया का प्रकोप फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला भी सतर्क हो गया है। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने इन ग्रामों का भ्रमण कर स्वास्थ्य अमले को बेहतर तरीके से ग्रामीणों का उपचार करने के निर्देश दिए है। साथ ही कहा कि दोनों गांवों से लगे अन्य गांवों का भी सतत भ्रमण कर वहां के समस्त ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की जाए और मलेरिया पीड़ि़त मिलने पर ग्रामीणों का त्वरित उपचार किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने जंगली क्षेत्र के गांवों के ग्रामीणों से कहा कि उन्हें मलेरिया से बचाव के लिए मेडिकेटेड मच्छरदानियों का भी वितरण किया है। उनसे कहा कि गया कि वे बारिश के सीजन में पूर्ण रुप से मच्छरदानी का उपयोग करें और मलेरिया के प्रति बताए जरूरी सावधानियों को ध्यान में रखें। एक ही स्थान पर अधिक समय तक पानी को जमा न होने दें और दवाई का छिड़काव अपने आसपास करते रहें। स्वास्थ्य विभाग का अमला भी मलेरिया के उन्मूलन के लिए नियमित रुप से दवाई का छिड़काव कर रहा है। दक्षिण बैहर क्षेत्र के ग्राम कुर्रेझोड़ी व लुमोटी में मलेरिया का प्रकोप फैलने की जानकारी मिलने पर सघन जांच अभियान चलाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की गई है। जिसमें ग्राम कुर्रेझोड़ी में 15 व ग्राम लुमोटी में 14 मलेरिया के मरीज मिले है जिनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि मलेरिया के दोनो प्रकार के मरीज मिले है कुछ ग्रामीण हैदराबाद से लौटे जिनकी तबियत खराब होने पर उनके स्वास्थ्य की जांच की गई तो वे मलेरिया से ग्रसित मिले हैं।

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