नई दिल्ली (New Delhi) । पाकिस्तान (Pakistan) में इस तरह की खबरें काफी चर्चा में हैं कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Terrorist organization Lashkar-e-Taiba) के प्रमुख हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के बेटे कमालुद्दीन (Kamaluddin) की तबियत शायद ठीक नहीं है. दावा किया जा रहा है कि कुछ नकाबपोश लोग उसे एक एसयूवी गाड़ी में कहीं लेकर गए हैं. जिहादी हलकों में कमालुद्दीन की स्थिति को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं. हालांकि यह भी कहा गया कि उसे भगाए जाने की खबरें अफवाह हैं. लश्कर-ए-तैयब संगठन में बीते कुछ समय से अंदरुनी कलह के चलते लगातार हो रही किलिंग की वजह से भी इसे लेकर बेचैनी बढ़ती दिख रही है.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कथित तौर पर लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य और एक प्रमुख मौलवी मौलाना जियाउर रहमान की हत्या के बाद एक दर्जन आतंकवादियों को सुरक्षित घरों में रखा है. रहमान की कुछ दिन पहले कराची के गुलिस्तान-ए-जौहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जब वह शाम को पार्क में टहल रहे थे तो दो अज्ञात लोगों ने उन्हें कई बार गोली मारी. इसके बाद, हाफिज सईद के दूसरे बेटे तल्हा की सुरक्षा भी कथित तौर पर बढ़ा दी गई है, जिसे लश्कर में दूसरे नंबर का कमांडर माना जाता है.
युद्ध विराम की कोशिश में लगी ISI
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने आतंकी अभियानों को जम्मू-कश्मीर में सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए द रेजिस्टेंस फ्रंट को संरक्षण देते हुए युद्धविराम पर काम कर रही है. जिया:-उर-रहमान की हत्या कड़ी में एक महीने के भीतर तीसरी हत्या है. अबू कासिम कश्मीरी रावलकोट में मारा गया जबकि कारी खुर्रम शहजाद निज़ामाबाद में मारा गया. रहमान की हत्या खालिस्तान कमांडो फोर्स के प्रमुख परमजीत सिंह पंजवार की हत्या की याद दिलाती है, जिनकी मई में सुबह की सैर के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.”