- जगह भी हमारी… काम भी हमारा…लेकिन रुपए जाते थे ठगोरों के खाते में
इंदौर। ठग नए-नए तरीके अपनाकर वारदात करते हैं। बिहार की एक गैंग ने इंदौर में हेड ऑफिस खोलकर देशभर के करीब 300 से ज्यादा लोगों को ठग लिया। इन ठगों ने एक कंपनी बनाई और फिर उसकी फ्रेंचाइजी लोगों को दी। फ्रेंजाइजी में जो काम होता था वह तो लोग करते थे, लेकिन उस काम के एवज में आने वाला रुपया ठगों के खाते में जाता था। इस ठग गिरोह का भंडाफोड़ हो चुका है।
विजय नगर टीआई तहजीब काजी ने बताया कि बीते कई दिनों से शहर के बाहर के लोग आकर शिकायत कर रहे थे कि मेट्रो टॉवर और फिर बाद में बिजनेस पार्क में चलने वाली व्हील शाइनर कंपनी ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। ठगाए लोगों का कहना था कि उक्त कंपनी के शिवम जायसवाल, विवेक कुमार, विवेकसिंह, राहुल कुमार और अन्य ने सोशल मीडिया पर विज्ञापन करते हुए कंपनी की फ्रेंचाइजी देने की पेशकश की। कंपनी कार वॉशिंग और सर्विसिंग की बताई गई। इन ठगोरों ने देश के अलग-अलग शहरों में लोगों से संपर्क कर कहा कि उनकी कंपनी एक कांसेप्ट लेकर आई है। जिन लोगों के पास खुद की जमीन है उसे फ्रेंचाइजी देगी। इसके लिए लोगों से 50-50 हजार रुपए जमा करवा लिए। साथ ही शर्त रखी कि वह कार वॉशिंग और सर्विसिंग के ग्राहक भी पहुंचाएगी। फ्रेंचाइजी लेने वालों को सिर्फ कार वॉशिंग और सर्विसिंग करना है। रुपए कंपनी के खाते में आएंगे। हिसाब होने के बाद माह के अंत में रुपए फ्रेंचाइजी लेने वालों को दे दिए जाएंगे। कई लोग इनकी ठगी का शिकार हुए और आखिर में इन ठगोरों ने हाथ खड़े कर दिए। गबन का आंकड़ा करोड़ों में है।