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नर्मदा के तेज बहाव से मोरटक्का पुल उधड़ा

डामर की सडक़ और दोनों तरफ की जालियां बहीं, पानी उतरा, लेकिन अभी शुरू नहीं होगा ट्रैफिक

इंदौर। बीते कुछ दिन में हुई मूसलधार बारिश ने इंदौर-इच्छापुर रोड (Indore-Ichchapur Road) पर मोरटक्का में नर्मदा नदी पर बने एक किलोमीटर लंबे पुल की तह उघाडक़र रख दी है। पुल की स्लैब पर बनाई गई डामर की सडक़ जगह-जगह से बह गई है, जिससे बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं। यही नहीं पुल के दोनों तरफ लगी जालियां पानी का तेज बहाव सहन नहीं कर पाईं और बह गईं। पुल की स्लैब के पेनल एक-दूसरे से अलग हो चुके हैं।


अब नेशनल हाईवेज अथॉरिटी आफ इंडिया (National Highways Authority of India) (एनएचएआई) पहले पुल की विशेषज्ञों से जांच कराएगी, उसके बाद पुल पर वाहनों की आवाजाही शुरू की जाएगी। रविवार सुबह तेज बारिश का दौर थमने के बाद एनएचएआई की टीम ने पुल की जांच की। इस दौरान उन्हें बारिश से पुल पर लगी डामर की परत कई जगह से गायब मिली। पुल की स्लैब के पेनल एक-दूसरे से पकड़ खो चुके हैं और दो पेनल के बीच में काफी गेप दिखने लगा है। स्लैब में कई दरारें भी उभर आई हैं। शनिवार सुबह नदी का जलस्तर बढऩे के बाद उक्त ब्रिज को वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था।

विशेषज्ञों से जांच के बाद पुल खुलेगा

एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल ने बताया कि रविवार को जलस्तर पुल से नीचे तो उतर गया, लेकिन अभी उसके और कम होने का इंतजार करना पड़ेगा, तभी उसकी ढंग से तकनीकी और सुरक्षा जांच हो सकेगी। इसके लिए एसजीएसआईटीएस इंदौर के विशेषज्ञों से बात कर उन्हें मोरटक्का ले जाया जाएगा। विशेषज्ञ जो सुधार और सुरक्षा उपाय बताएंगे, उन्हें अपनाकर ही ब्रिज को दोबारा खोला जाएगा

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