फैटी लिवर की समस्या आजकल आम होती चली जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि बदलता खान पान और जीवनशैली फैटी लिवर की बीमारी के बढ़ने का एक विशेष कारण हैं। इस बीमारी में लिवर में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से मरीज को खाना पचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। फैटी लिवर की समस्या होने पर लिवर में सूजन भी आ जाती है इसकी वजह से मरीज को दर्द भी सहना पड़ता है। माना जाता है कि फैटी लिवर की समस्या को दूर करने के लिए दलिया खाना किसी रामबाण इलाज से कम नहीं है।
दलिया में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है। इसके नियमित सेवन से पेट से जुड़े कई रोग ठीक होते हैं। इसे पचाना आसान होता है। इसलिए विशेषज्ञ भी यह सलाह देते हैं कि फैटी लिवर की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को रोजाना दलिया का सेवन करना चाहिए। इसके नियमित सेवन से न केवल फैटी लिवर की समस्या दूर होगी बल्कि आपकी पाचन क्रिया भी अच्छी हो जाएगी।
नाश्ते में खाने से होगा ज्यादा फायदा :
फैटी लिवर के मरीजों को रोजाना नाश्ते में दलिया खाना चाहिए। नाश्ते में दलिया खाने से ज्यादा फायदेमंद साबित होता है क्योंकि रातभर पेट खाली रहता है उसके बाद हल्का नाश्ता करने से लिवर स्वस्थ रहता है। इसके लिए दो गिलास दूध में आधी कटोरी दलिया डालकर उसे पांच से छह बार उबालें। जब दलिया दूध में मिक्स होकर गल जाए तो गैस बंद कर दें।
लंच में कैसे खा सकते हैं दलिया :
कुकर में एक चम्मच रिफाइंड, तेल या घी डालकर गर्म करें। फिर इसमें एक चुटकी जीरा डालें। जब जीरा भुन जाए तब इसमें आधी कटोरी दलिया डेढ़ गिलास पानी और नमक-मिर्च, हल्दी मिलाएं। कुकर का ढक्कन लगाकर दो सीटी आने तक पकने दें। फिर गैस बंद कर दें।
डिनर में दलिया खाने से होगा असर :
जिन लोगों को फैटी लिवर की समस्या रहती है उन्हें डिनर में दलिया खाना चाहिए। क्योंकि अक्सर लोग डिनर करने के बाद किसी भी प्रकार की शारीरिक क्रिया नहीं करते हैं इसलिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि डिनर हल्का खाएं ताकि लिवर पर दबाव न पड़े और आपका लिवर जल्द ही स्वस्थ हो सके। आप चाहें तो दलिया की खीर या दलिया की खिचड़ी बनाकर डिनर में शामिल कर सकते हैं।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी होने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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