पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार से किसानों की वार्ता फिर विफल होना दुर्भाग्यपूर्ण है। विपक्ष के उकसावे वाले किसान नेता बिचौलियों के हित की लडा़ई लड रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली को जाम कर 2 करोड़ लोगों के मौलिक अधिकारों को बंधक बनाये रखने वाले किसान आंदोलन के 51 वें दिन केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच 9 वें दौर की वार्ता का भी विफल होना दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा लगता है किसान नेता बिचौलियों के हित की अंतिम लडाई लड़ रहे हैं।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने स्वीकार किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत जैसे बड़े कृषि प्रधान देश के लिए जो नये कृषि कानून बनाये, उनसे किसानों और उनकी पैदावार खरीदने वालों के बीच सीधा संबंध बनेगा, ग्रामीण क्षेत्र को बल मिलेगा और बिचौलियों का दबाव कम होगा। जो बात एक वैश्विक संगठन की समझ में आती है और जिससे देश के अनेक कृषि विशेषज्ञ भी सहमत हैं, उसे विपक्ष के उकसावे पर आंदोलन करने वाले किसान नेता समझने को तैयार नहीं। (एजेंसी, हि.स.)
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