बड़ी खबर

हाइब्रिड आतंकवादियों के 100 से अधिक मॉड्यूल को नष्ट कर दिया गया – डीजीपी दिलबाग सिंह


श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (Jammu-Kashmir DGP) दिलबाग सिंह (Dilbag Singh) ने कहा कि हाइब्रिड आतंकवादियों (Hybrid Terrorists) के 100 से अधिक मॉड्यूल (Over 100 Modules) को नष्ट कर दिया गया (Destroyed)। उन्होंने कहा कि हाइब्रिड आतंकवादियों को पूरी तरह खत्म करने की जरूरत है । कश्मीर में हाईब्रिड आतंकवाद सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। हाइब्रिड आतंकवादी वगीर्कृत आतंकवादी नहीं हैं, कट्टरपंथी युवा हैं जो आतंकवाद के कार्य को अंजाम देने के बाद सामान्य जीवन और सामान्य गतिविधियों में लौट आते हैं। हाइब्रिड आतंकवादियों ने कश्मीर में सुरक्षा बलों और गैर स्थानीय कार्यकर्ताओं पर कई आतंकवादी हमले किए हैं।


शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा के दौरान, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने अधिकारियों को अपनी कार्य योजनाओं की समीक्षा करने और आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 300 से अधिक आतंकवादी सक्रिय हैं जिनमें 82 विदेशी आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जहां सुरक्षा बल आतंकवादियों पर दबाव बनाए हुए हैं, वहीं कट्टरता को रोकने और युवाओं को आतंकवाद की ओर जाने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। पूरे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और उनके कमांडरों को खत्म करने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान तेजी से चलाए जा रहे है। इस कड़ी में आतंकवादियों का समर्थन करने वाले पारिस्थितिकी तंत्र को समाप्त करने के लिए एक ठोस प्रयास भी किए जा रहे हैं।

मीडिया से बातचीत में जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बताया कि आतंकी रंगरूटों में 35 फीसदी की उम्र 20 साल से कम है, जबकि 55 फीसदी की उम्र 20 से 30 साल के बीच है। उन्होंने कहा कि युवाओं की शिक्षा और उनके पालन-पोषण पर ध्यान दिया जाना चाहिए और उन्हें अच्छे स्कूलों और देश के अन्य हिस्सों में जाकर यह देखने का मौका दिया जाना चाहिए कि वहां क्या हो रहा है। उन्होंने कहा, इसे ध्यान में रखते हुए हमने जम्मू-कश्मीर से 1,800 छात्रों को शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों में भेजा है, लेकिन भले ही सर्दियां शुरू हो चुकी हैं और बर्फ ने नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के रास्ते बंद कर दिए हैं, इनपुट्स के मुताबिक, नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड्स पर अभी भी 160 आतंकवादी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। स्पष्ट रूप से घुसपैठ रोकना और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटना सुरक्षा बलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।

Share:

Next Post

सपा के ट्विटर अकाउंट पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए स्वतंत्र पत्रकार गिरफ्तार

Sun Nov 27 , 2022
लखनऊ । लखनऊ में (In Lucknow) समाजवादी पार्टी (SP) के ट्विटर अकाउंट पर (On Twitter Account) सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए (For Spreading Communal Hatred) स्वतंत्र पत्रकार (Freelance Journalist) अनिल यादव (Anil Yadav) को गिरफ्तार किया गया (Arrested) । 23 नवंबर को एक अन्य पत्रकार मनीष पांडे की शिकायत पर हजरतगंज पुलिस ने अनिल यादव […]