पनीर स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है । पनीर सामान्य तौर पर प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, जबकि कार्बोहाइड्रेट्स में बहुत ही कम। इसलिए ये कम कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) डाइट पर रहनेवाले लोगों का स्वस्थ विकल्प है। हालांकि, पनीर में सैचुरेटेड फैट्स और सोडियम भी पाया जाता है, शरीर को दोनों की बहुत सीमित मात्रा में जरूरत होती है। अपने पोषण महत्व के कारण पनीर कई लिहाज से फायदेमंद है। ये ब्लड प्रेशर कम करनेवाला, मसल बनानेवाला, डायबिटीज (diabetes) का खतरा कम करनेवाला और हड्डियों को मजबूत करनेवाला समझा जाता है। शोधकर्ताओं का ये भी सुझाव है कि दिल की सेहत को ठीक करने के लिए रोजाना 40 ग्राम पनीर खाया जाए। ये प्रोबायोटिक्स की वजह से इम्यूनिटी और आंत के स्वास्थ्य को भी ठीक करने में मदद करता है।
फलों के साथ पनीर खाएं-
सही तरीके से फल और पनीर (cheese) को शामिल करने से ये आपके लिए स्नैक का स्वस्थ विकल्प हो सकता है। मिसाल के तौर पर तरबूज, आम और सेब के साथ पनीर का अच्छा जोड़ है। आप इस विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं।
डाइट में पनीर को कैसे करें शामिल
पनीर का स्वस्थ होना उसकी रेसिपी पर निर्भर करता है। संतुलित भोजन में मैक्रो और सूक्ष्म पोषक तत्वों (nutrients) की अच्छी मात्रा होनी चाहिए। पनीर के साथ स्वस्थ भोजन बनाते वक्त आप कुछ टिप्स का पालन कर सकते हैं।
पनीर को सलाद में मिलाएं-
अगर आपको सलाद नहीं पसंद है, तो उसका स्वाद बढ़ाने के लिए पनीर को मिलाना अच्छा जरिया है। अपने पनीर को क्यूब्स में काट कर उसे सलाद में मिलाएं।
ऑमलेट में पनीर को मिलाएं-
स्वस्थ, प्रोटीन से भरपूर ब्रेकफास्ट के विकल्प की अगर आपको तलाश है, तो आप पनीर को शामिल कर सकते हैं। नियमित ऑमलेट या दूसरे तरह से अंडों में पनीर को मिलाने से ये न केवल समृद्ध बल्कि स्वादिष्ट भी बन जाएगा।
रेड मीट की जगह पनीर को रखें-
नन वेजिटेरियन (non vegetarian) के लिए अपनी डाइट में से किसी भी प्रकार के मीट को हटाना बहुत मुश्किल होता है। हालांकि, आप अपने दिल की खातिर सेवन को कम कर सकते हैं। रेड मीट स्पष्ट तौर पर हार्ट अटैक (heart attack) के खतरे को बढ़ाता है। दिल की सेहत को खतरे में डाले बिना उसको पनीर से बदलने पर आपको स्वस्थ फैट्स और प्रोटीन प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं इन्हें किसी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह के रूप में न समझें । कोई भी बीमारी या परेंशानी हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।
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