मुरैना। बारिश के कारण इस समय चंबल नदी (Chambal River) में अधिक पानी है और पानी का बहाव तेज है। इसी बहाव में रविवार को उसैथ पिनाहट घाट (Pinahat Ghat) पर मौजूद पांटून पुल (पीपा का पुल) का एक हिस्सा बह गया। उस हिस्से पर मजदूर काम कर रहे थे। बाद में स्टीमर की मदद से मजदूरों को बचाया जा सका।
आज उस समय गंभीर हादसा होने से बच गया जब पांटून पुल का कुछ हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह गया। जिस समय यह हादसा हुआ उस समय पांटून पुल पर मजदूर मरम्मत का काम कर रहे थे। इस घटना के बाद मजदूर जोर से चिल्लाए। इस दौरान पुल करीब एक किलोमीटर तक बहकर चला गया। वहां मौजूद लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी स्टीमर से चंबल नदी की बीच धार में फंसे मजदूरों के पास पहुंचे और उन्हें कड़ी मशक्कत के बाद नदी किनारे लेकर आए। बचकर आए मजदूरों का कहना था कि आज उन्होंने साक्षात मौत के दर्शन किए हैं। अगर पुल और आगे चला जाता तो न जाने क्या होता।
यहां बता दें, कि पिनाहट घाट पर पांटून पुल बना हुआ है। यह पीपे का अस्थाई पुल है। इस पुल पर होकर चंबल के दूसरी तरफ जाया जाता है। हर दिन सैकड़ों लोग इस पुल से निकलते है। बारिश के पहले पांटून पुल को बंद कर दिया जाता है। इन दिनों पुल को निकालकर दो भागों में अलग कर दिया गया है। यह पुल उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के अधीन आता है। इन दिनों पुल के एक हिस्से की मरम्मत का काम चल रहा है। चंबल नदी में बारिश के कारण पानी बहुत तेजी से बह रहा है। चंबल में सुबह 121मीटर तक पानी था।
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